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नए साल पर बुजुर्ग महिला के लिए 'देवदूत' बने तहसीलदार - latest hindi news

खटीमा में सरकारी सिस्टम की बेरुखी के चलते अंधेरे में बिना राशन कार्ड और गरीबी की हालत में रह रही बुजुर्ग महिला के लिए देवदूत बनकर आए तहसीलदार सितारगंज जगमोहन त्रिपाठी.

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तहसीलदार ने की बुजुर्ग की मदद.
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Published : Jan 1, 2020, 7:42 AM IST

खटीमा: शहर के बीचों बीच बिना राशन कार्ड और बिना बिजली गरीबी की हालत में रह रही बुजुर्ग महिला को क्षेत्र भ्रमण के दौरान तहसीलदार सितारगंज ने देवदूत बनकर सहारा दिया. उन्होंने बुजुर्ग महिला को कपड़े, बिस्तर, राशन सहित अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया. साथ ही बिजली, राशन कार्ड सहित अन्य सरकारी सुविधाओं को तुरंत उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए.

तहसीलदार ने की बुजुर्ग की मदद.

पढ़ें- काशीपुर में बनेगा प्रदेश का पहला अरोमा पार्क

बता दें कि 25 सालों से अकेले दयनीय हालत में सितारगंज वॉर्ड नंबर 10 में बुजुर्ग देवकी देवी रह रही थी. वहीं इस कड़ाके के ठंड में उनके पास न तो पहनने के लिए गर्म कपड़े थें और न ही खाने के लिए अनाज. यही नहीं उनके घर पर बिजली तक नहीं थी. जब इसकी जानकारी तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी को मिली तो उन्होंने महिला के घर जाकर उनका हाल लिया.

तहसीलदार ने बताया कि देवकी देवी नाम की महिला अपने पति और दो बच्चों की मौत के बाद 25 से 30 साल से अकेले सितारगंज के वॉर्ड नंबर 10 में रह रही हैं. उन्होंने बताया कि अकेले रह रही इस बुजुर्ग महिला की दयनीय हालत को देखते हुए उन्हें सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. वहीं अधीनस्थों को निर्देश दिया गया है कि तहसील क्षेत्र में रहने वाले इस तरह के सभी बुजुर्गों को हर संभव सहायता पहुंचाई जाए.

खटीमा: शहर के बीचों बीच बिना राशन कार्ड और बिना बिजली गरीबी की हालत में रह रही बुजुर्ग महिला को क्षेत्र भ्रमण के दौरान तहसीलदार सितारगंज ने देवदूत बनकर सहारा दिया. उन्होंने बुजुर्ग महिला को कपड़े, बिस्तर, राशन सहित अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराया. साथ ही बिजली, राशन कार्ड सहित अन्य सरकारी सुविधाओं को तुरंत उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश भी जारी किए.

तहसीलदार ने की बुजुर्ग की मदद.

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बता दें कि 25 सालों से अकेले दयनीय हालत में सितारगंज वॉर्ड नंबर 10 में बुजुर्ग देवकी देवी रह रही थी. वहीं इस कड़ाके के ठंड में उनके पास न तो पहनने के लिए गर्म कपड़े थें और न ही खाने के लिए अनाज. यही नहीं उनके घर पर बिजली तक नहीं थी. जब इसकी जानकारी तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी को मिली तो उन्होंने महिला के घर जाकर उनका हाल लिया.

तहसीलदार ने बताया कि देवकी देवी नाम की महिला अपने पति और दो बच्चों की मौत के बाद 25 से 30 साल से अकेले सितारगंज के वॉर्ड नंबर 10 में रह रही हैं. उन्होंने बताया कि अकेले रह रही इस बुजुर्ग महिला की दयनीय हालत को देखते हुए उन्हें सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं. वहीं अधीनस्थों को निर्देश दिया गया है कि तहसील क्षेत्र में रहने वाले इस तरह के सभी बुजुर्गों को हर संभव सहायता पहुंचाई जाए.

Intro:summary- सरकारी सिस्टम की बेरुखी के चलते अंधेरे में बिना राशन कार्ड- अत्यंत गरीबी की हालत में रह रही बुजुर्ग महिला के लिए देवदूत बने तहसीलदार सितारगंज जगमोहन त्रिपाठी। तहसीलदार ने तत्काल बुजुर्ग महिला को तत्काल कपड़े - बिस्तर- राशन सहित जरूरी सामान कराएं उपलब्ध। साथ ही राशन कार्ड- पेंशन व बिजली सहित अन्य आवश्यक सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराने के विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश।

नोट- खबर मेल पर है।

एंकर- 25 सालों से शहर के बीचोबीच बिना राशन कार्ड बिना बिजली गरीबी की हालत में रह रही बुजुर्ग महिला को क्षेत्र भ्रमण के दौरान तहसीलदार सितारगंज जगमोहन त्रिपाठी ने देवदूत बनकर दिया सहारा। कपड़े, बिस्तर, राशन सहित अन्य जरूरी सामान कराएं बुजुर्ग महिला को उपलब्ध। विद्युतीकरण, राशन कार्ड सहित अन्य सरकारी सुविधाओं को तुरंत उपलब्ध कराने के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश। 25 सालों से अकेले दयनीय हालत में सितारगंज वार्ड नंबर 10 में रह रही थी बुजुर्ग देवकी देवी....


Body:वीओ- संसार में मानवता सबसे बड़ा धर्म होता है। उसे प्रदर्शित करने के लिए आपके पास एक विशाल हृदय की जरूरत होती है। और ऐसे ही दिल को अपने अंदर समाहित करे हुए सितारगंज के तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी बुजुर्ग महिला का सहारा बने हैं। अपने क्षेत्र भ्रमण के दौरान तहसीलदार महोदय की नजर सितारगंज के वार्ड नंबर 10 में रहने वाली बुजुर्ग महिला देवकी देवी पर पड़ी जो भी ठंड के मौसम में ना तो अच्छे कपड़े पहने हुए थी और वहीं उसकी हालत भी काफी दयनीय दिख रही थी। फलदार त्रिपाठी में जोश महिला के जानकार घर पर जाकर देखा तो ना तो घर पर राशन थाना ही बिजली और ना ही सही बिस्तर। घर पर अकेली रह रही बुजुर्ग महिला देवकी देवी की दयनीय हालत देखकर तहसीलदार त्रिपाठी का हृदय भी दुखी हो उठा। सोनू तुरंत बाजार से बुजुर्ग महिला के लिए कपड़े -बिस्तर -अनाज- बर्तन सहित अन्य सभी जोड़ी सामान मंगवाया। साथ ही विभागीय अधिकारियों को महिला को बिजली कनेक्शन देने- राशन कार्ड सहित सरकार से मिलने वाली सभी सुविधाओं को तुरंत मुहैया कराने के भी निर्देश दिए।
वही तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने बताया कि देवकी देवी नाम की महिला चंपावत जिले की निवासी है। वही अपने पति व दो बच्चों की मौत के बाद 25 से 30 साल से अकेले सितारगंज के वार्ड नंबर 10 में रह रही है। अकेले रह रही इस बुजुर्ग महिला की दयनीय हालत को देखते हुए उनके द्वारा उसे राशन - कपड़े- बिस्तर - बर्तन आदि सभी आवश्यक सरकारी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। वहीं तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी ने अपने अधीनस्थों को निर्देश दिया है कि तहसील क्षेत्र में रहने वाले इस तरह के सभी बुजुर्गों को हर संभव सहायता पहुंचाई जाये।

बाइट- जगमोहन त्रिपाठी तहसीलदार सितारगंज


Conclusion:
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