काशीपुर: अगर शेर बूढ़ा हो जाए तो वह शिकार करने नहीं छोड़ता है. यह कहावत काशीपुर विधयाक हरभजन सिंह चीमा पर लागू होती है, जिन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है. विधायक चीमा की चुनाव लड़ने की इच्छा से टिकट की तैयारी करने वाले कई नेताओं के मंसूबों पर पानी फिरता नजर आ रहा है. आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और बीजेपी ने अपनी कमर कसनी शुरू कर दी है, जिसके लिए पार्टी के वरिष्ठ कार्यकर्ता जनता के बीच जाकर अपनी पैठ बनाने के लिए शुरू हो गए हैं.
काशीपुर में भाजपा के कई दिग्गज टिकट के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन काशीपुर के भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने अपना बयान देकर सभी उम्मीदवारों के प्रयासों पर मानों पानी ही फेर दिया है. विधायक चीमा ने टिकट मिलने पर 2022 के चुनाव में चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है.
बता दें कि चीमा लगातार चौथी बार काशीपुर से विधायक बने हैं. विधायक चीमा को वर्ष 2018 में अचानक डिस्क की बीमारी ने घेर लिया था, जिसके चलते चीमा लंबे समय तक हॉस्पिटल में भर्ती भी रहे थे. विधायक हरभजन सिंह चीमा के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान काशीपुर में पुनः चुनाव की अटकलें भी लगना शुरू हो गईं थीं. यह बात विधायक हरभजन सिंह चीमा ने खुद मीडिया से कहीं. हरभजन सिंह चीमा ने यह भी कहा कि भाजपा अगर उन्हें टिकट देगी तो वह चुनाव लड़ेंगे और अगर किसी अन्य को टिकट दिया जाएगा तो उसे भी चुनाव लड़ाया जाएगा, लेकिन विधायक चीमा ने अपने बयान से यह भी जाहिर कर दिया कि वह अब पूरी तरह स्वस्थ हैं और चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं.
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काशीपुर से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए वर्तमान नगर निगम की मेयर उषा चौधरी, पूर्व जिला अध्यक्ष राम मल्होत्रा, भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष आशीष गुप्ता समेत कई दिग्गज टिकट की दावेदारी कर रहे हैं. विधायक हरभजन सिंह चीमा के इस बयान ने साफ जाहिर कर दिया है कि वह पांचवीं बार भी किसी अन्य को मौका नहीं देने वाले हैं. जिसका कारण है कि चीमा अकाली दल के समर्थन से टिकट प्राप्त करते हैं. अगर 2022 के चुनाव में पुनः हरभजन सिंह चीमा को टिकट मिलता है तो चीमा विपक्षियों पर फिर से भारी पड़ सकते हैं.