रुद्रपुरः उधमसिंह नगर के छोटे से गांव के एक लाल ने उत्तराखंड का मान बढ़ाया है. बैंकॉक में आयोजित सातवीं एशियन जुजित्सु चैंपियनशिप में जय प्रकाश ने कांस्य पदक जीता है. कांस्य पदक जीतने के बाद बधाई देने के लिए जय प्रकाश के घर पर लोगों का तांता लगा हुआ है. मुफलिसी में भी जय प्रकाश ने हिम्मत नहीं हारी. इतना ही नहीं बैंकॉक जाने के लिए जय प्रकाश के पास पैसे तक नहीं थे. ऐसे में जय प्रकाश को कर्ज लेना पड़ा. कुछ लोगों ने आर्थिक भी मदद की. जिसके बाद जय प्रकाश ने बैंकॉक पहुंचकर अपना जलवा दिखाया और भारत के लिए कांस्य पदक जीता.
दरअसल, ओलंपिक काउंसिल ऑफ एशिया (ओसीए) की ओर से अधिकृत जुजित्सु इंटरनेशनल फेडरेशन (जेजेआईएफ) और जुजित्सू एशियन यूनियन (जेजेएयू) के नेतृत्व में 24 से 28 फरवरी तक बैंकॉक में 7वीं एशियन चैंपियनशिप आयोजित हुई थी. जिसमें एशिया के विभिन्न देशों के 500 खिलाड़ियों ने प्रतिभाग किया था. इस प्रतियोगिता में भारत देश की ओर से 34 खिलाड़ियों ने देश का प्रतिनिधित्व किया. जिसमें उत्तराखंड के जय प्रकाश ने 56 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता. इसके अलावा उड़ीसा की अनुपमा स्वैन ने 52 किग्रा जुजित्सु फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक, उत्तर प्रदेश की किरण कुमारी ने 70 किग्रा जुजित्सु फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक जीते.
इसके अलावा उत्तराखंड की नव्या पांडे ने 45 किग्रा कॉन्टैक्ट फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक, हरियाणा के अमरजीत सिंह ने 85 किग्रा कॉन्टैक्ट फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक, आदर्श शर्मा ने 94 किग्रा की कॉन्टैक्ट फाइटिंग इवेंट में कांस्य पदक जीते. जय प्रकाश ने बताया कि वो पिछले 10 सालों से खेल रहे हैं. कई बार वो नेशनल में मेडल भी ला चुके हैं. उन्होंने कहा कि उनका सपना अब एशियन गेम्स में गोल्ड मेडल जीतना है.
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वहीं, जय प्रकाश की इस उपलब्धि पर कोच समेत पूरा परिवार खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं. कोच ऋषि पाल ने बताया कि जय प्रकाश पिछले 6 सालों से जुजित्सु की ट्रेनिंग ले रहा है. इससे पहले नेशनल गेम में जय प्रकाश तीन बार गोल्ड मेडल ला चुका है. पिछले साल दुबई में आयोजित एशियन प्रतियोगिता में चयन हुआ था, लेकिन पैसों की तंगी के कारण वो खेल नहीं सके. इस बार कर्ज और लोगों की मदद से जय प्रकाश को 7वीं एशियन चैंपियनशिप में खेलने का मौका मिला. जिसमे उन्होंने भारत के लिए कांस्य पदक जीता. उन्होंने बताया कि पदक जीतने वाले खिलाड़ियों का चयन चीन में होने वाले एशियन गेम्स के लिए हो सकता है.
जय प्रकाश बोले, कर्ज और लोगों की मदद से खेला पायाः 7वीं एशियन जुजित्सु चैंपियनशिप में उधम सिंह नगर के जय प्रकाश ने कांस्य पदक क्या झटका, उसके गांव समेत जनपद वासियों में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. जय प्रकाश के पिता ने बताया कि जब उसका चयन बैंकॉक के लिए हुआ तो सबसे बड़ी मुसीबत पैसों की खड़ी हो गई. जिसके बाद उन्होंने बेटे के सपने को पूरा करने के लिए 50 हजार रुपए कर्ज लिए. इतना ही नहीं उसकी नानी ने भी अपने पेंशन के पैसे उसे दिए. जिसके बाद कोच ऋषिपाल ने लोगों के सहयोग से 95 हजार रुपए जमा किए और बैंकाक भेजा गया.