रुद्रपुर: प्रदेश में इनदिनों जंगलों में आग लगी हुई है. जिसके चलते वन्यजीवों पर भी खतरा मंडरा रहा है. वहीं, रविवार को रुद्रपुर में पानी की तलाश में टांडा जंगल (tanda forest range) से भटक कर एक चीतल शिमला बहादुर गांव (chital entered in shimla bahadurpur village) पहुंच गया. चीतल के आबादी क्षेत्र में घुसते ही उसके पीछे आवारा कुत्ते पड़ गए. जिसके बाद ग्रामीणों ने वन विभाग को इसकी सूचना दी.
वहीं, सूचना पाकर वन विभाग की टीम के साथ गदरपुर से एनडीआरफ के जवान भी मौके पर पहुंच गए और चीतल को रेस्क्यू कर सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया. जानकारी के मुताबिक, जंगल से भटककर आबादी वाले इलाके में पहुंचे चीतल को कुत्तों के चंगुल से छुड़ने में रेस्क्यू टीम ने खूब पसीना बहाया. करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ने बिना ट्रेंकुलाइज के ही चीतल का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया.
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वहीं, कुत्तों से लड़ने-भिड़ने और प्यास के चलते चीतल की हालत बहुत खराब हो गई थी. ऐसे में रेस्क्यू टीम ने चीतल को पहले पानी पिलाया और फिर उसे वापस रुद्रपुर टांडा रेंज (Tanda forest range rudrapur) के जंगल में छोड़ दिया. जिसके बाद चीतल कुलांचे भरता हुआ जंगल में ओझल हो गया और रेस्क्यू टीम ने राहत की सांस ली.