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बदहाल स्थिति में IIM जाने वाली सड़क, छात्रों को हो रही परेशानी

कुंडेश्वरी  स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के सैकड़ों छात्रों को बदहाल संपर्क मार्ग के चलते छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बदहाल स्थिति में IIM जाने वाली सड़क
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Published : Nov 24, 2019, 7:22 PM IST

काशीपुरः कुंडेश्वरी स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के सैकड़ों छात्र संस्थान में आने वाली सड़क के बनने का बीते कई सालों से इंतजार कर रहे हैं. वहीं, इस बदहाल संपर्क मार्ग के चलते संस्थान में आने के लिए छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि कुंडेश्वरी स्थित सिडकुल की एक्सकॉर्ट फार्म में 200 एकड़ भूमि पर संस्थान का स्थायी कैम्पस स्थित है. इस संस्थान में देश भर के विभिन्न राज्यों के लगभग 600 छात्र- छात्राएं प्रबन्धन की शिक्षा ग्रहण कर रहे है. ऐसे में संस्थान से रामनगर रोड को जोड़ने वाली चार किलोमीटर सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है. जिसके चलते लोगों को 15 किलोमीटर का अतिरिक्त चलकर आना पड़ता है.

बदहाल स्थिति में IIM जाने वाली सड़क.

ये भी पढ़ेंःTHDC निजीकरण मामलाः सीएम त्रिवेंद्र बोले- नहीं है अधिकारिक सूचना

वहीं, जब इस बाबत लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता यूसी बहुगुणा से वार्ता की गई तो उन्होंने भी माना कि सड़क पूरी तरह जीर्णशीर्ण हालत में है. ऐसे में इस सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा.

उधर, बीजेपी विधायक हरभजन सिंह चीमा भी मानते हैं कि ये मार्ग आवाजाही के लायक नहीं है. वहीं, इस सड़क के निर्माण को लेकर धन की कमी आड़े आ रही है. जिस वजह से एडीबी में इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.

काशीपुरः कुंडेश्वरी स्थित भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM) के सैकड़ों छात्र संस्थान में आने वाली सड़क के बनने का बीते कई सालों से इंतजार कर रहे हैं. वहीं, इस बदहाल संपर्क मार्ग के चलते संस्थान में आने के लिए छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बता दें कि कुंडेश्वरी स्थित सिडकुल की एक्सकॉर्ट फार्म में 200 एकड़ भूमि पर संस्थान का स्थायी कैम्पस स्थित है. इस संस्थान में देश भर के विभिन्न राज्यों के लगभग 600 छात्र- छात्राएं प्रबन्धन की शिक्षा ग्रहण कर रहे है. ऐसे में संस्थान से रामनगर रोड को जोड़ने वाली चार किलोमीटर सड़क बुरी तरह क्षतिग्रस्त है. जिसके चलते लोगों को 15 किलोमीटर का अतिरिक्त चलकर आना पड़ता है.

बदहाल स्थिति में IIM जाने वाली सड़क.

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वहीं, जब इस बाबत लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता यूसी बहुगुणा से वार्ता की गई तो उन्होंने भी माना कि सड़क पूरी तरह जीर्णशीर्ण हालत में है. ऐसे में इस सड़क का निर्माण कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा.

उधर, बीजेपी विधायक हरभजन सिंह चीमा भी मानते हैं कि ये मार्ग आवाजाही के लायक नहीं है. वहीं, इस सड़क के निर्माण को लेकर धन की कमी आड़े आ रही है. जिस वजह से एडीबी में इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है.

Intro:

Summary- देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में शुमार काशीपुर के कुंडेश्वरी में स्थित उत्तराखंड राज्य के एकमात्र भारतीय प्रबंधन संस्थान ( आई आई एम ) के सैकड़ों छात्र संस्थान को आने वाली सड़क के बनने का वर्षों से इन्तजार कर रहे है। इस सड़क के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण संस्थान में आने के लिए लोगों को चार किलोमीटर के स्थान पर पंद्रह किलोमीटर चलकर आना पड़ता है। इस सड़क के निर्माण न होने से संस्थान में पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों के साथ ही लोगों को आवाजाही में खासी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है।

एंकर- देश के अग्रणी शिक्षण संस्थानों में शुमार काशीपुर के कुंडेश्वरी में स्थित उत्तराखंड राज्य के एकमात्र भारतीय प्रबंधन संस्थान ( आई आई एम ) के सैकड़ों छात्र संस्थान को आने वाली सड़क के बनने का वर्षों से इन्तजार कर रहे है। इस सड़क के बुरी तरह क्षतिग्रस्त होने के कारण संस्थान में आने के लिए लोगों को चार किलोमीटर के स्थान पर पंद्रह किलोमीटर चलकर आना पड़ता है। इस सड़क के निर्माण न होने से संस्थान में पढ़ने वाले सैकड़ों छात्रों के साथ ही लोगों को आवाजाही में खासी परेशानी का सामना करना पढ़ रहा है।
Body:दरअसल वर्ष 2011 में उत्तराखंड राज्य के काशीपुर में राज्य का पहला आई आई एम मिला था। वर्ष 2016 में काशीपुर के कुंडेश्वरी स्थित सिडकुल की एक्सकॉर्ट फार्म में 200 एकड़ भूमि पर संस्थान का स्थाई कैम्पस तैयार कर दिया गया। वर्तमान में इस संस्थान में देश भर के विभिन्न राज्यों से आये लगभग 600 छात्र छात्राएं प्रबन्धन शिक्षा ग्रहण कर रहे है। इसी संस्थान के सामने सिडकुल का औद्योगिक आस्थान भी है। इनके सामने से रामनगर रोड को जोड़ने वाला चार किलोमीटर लम्बा मार्ग बुरी तरह क्षतिग्रस्त है। इस मार्ग पर इतने बड़े गड्डे है कि लोग इस पर आवाजाही से कतराते है जिस कारण उन्हें कुंडेश्वरी होते हुए 15 किलोमीटर अतिरिक्त चलकर आना पड़ता है। प्रमुख शिक्षण संस्थान व सिडकुल होने के बाबजूद वर्षों से इस सड़क का निर्माण नहीं होने से दूर दराज से पढ़ने आये छात्रों को खासी परेशानी हो रही है साथ ही देश भर में भी संस्थान की छवि बिगड़ रही है।

बीओ - दरअसल यह सड़क की कुल लम्बाई जैतपुर से होते हुए केलमोड़ तक ग्यारह किलोमीटर है। यह मार्ग रामनगर रोड से बाजपुर रोड का बाईपास मार्ग भी है। यह ग्यारह किलोमीटर लम्बा मार्ग बाजपुर विधानसभा के साथ ही सिडकुल व काशीपुर विधानसभा के अंतर्गत आता है। इसी वजह से इस सड़क के निर्माण में दिक्क्तें आ जाती है। इस बाबत जब लोक निर्माण विभाग के अधिशाषी अभियंता यु सी बहुगुणा से वार्ता की गई तो उन्होंने भी माना कि सड़क पूरी तरह जीर्ण शीर्ण अवस्था में है निर्माण जल्द कराने का प्रयास किया जाएगा। उधर काशीपुर के भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा भी मानते है कि ये मार्ग चलने के काबिल नहीं है साथ ही इस सड़क के निर्माण को लेकर धन की कमी आड़े आ रही है जिस वजह से ए डी बी में इस सड़क के निर्माण के लिए प्रस्ताव भेजा गया है।
बाइट - यु सी बहुगुणा ( अधिशाषी अभियंता, लोक निर्माण विभाग )
बाइट - हरभजन सिंह चीमा ( विधायक काशीपुर )
बाइट- तुषार, छात्र आईआईएम
बाइट- प्रियंका, छात्रा, आईआईएम
बाइट- गर्वित, छात्र, आईआईएम
Conclusion:काशीपुर के एक्सकोर्ट फार्म पर सिडकुल बने कई वर्ष हो चुके है। बावजूद इसके इस सिडकुल में कई सौ एकड़ भूमि उधोग न लगने से खाली पड़ी है। जिसका एक बड़ा कारण इस मार्ग का क्षतिग्रस्त होना भी है। साथ ही इस मार्ग के नहीं बनने से आई आई एम काशीपुर की छवि भी देश भर में धूमिल हो रही है। अब जबकि सिडकुल व आई आई एम जैसे महत्वपूर्ण संस्थानों के होने के बाबजूद वर्षों से सड़क निर्माण नहीं हो पा रहा है तो प्रदेश के अन्य जगहों की सड़कों की स्थिति क्या होगी अंदाजा स्वयं लगाया जा सकता है।
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