खटीमा: उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत सोमवार को खटीमा पहुंचे, जहां उन्होंने उत्तरायणी कौथिग में शिरकत की. इस दौरान उन्होंने वहां कई कार्यक्रमों में हिस्सा भी लिया. हरीश रावत ने कहा कि इस तरह के आयोजन हमारी लोक संस्कृति का हिस्सा हैं.
पूरे प्रदेश में इस समय उत्तरायणी कौथिग की धूम मची हुई है. खटीमा में आयोजित उत्तरायणी कौथिग में सोमवार को प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पहुंचे. इस दौरान वे मंच के सामने नीचे बैठे. फिर अपने-अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए पहुंचे छोटे बच्चों से मुलाकात की. हरीश रावत ने बच्चों के साथ फोटो भी खिंचवाई.
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इस दौरान उन्होंने मंच से जनता को संबोधित भी किया. उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से लोग पहाड़ की संस्कृति से जुड़ रहे हैं. इसके अलावा उन्होंने उत्तरायणी कौथिग जैसे कार्यक्रमों में पर्वतीय संस्कृति के साथ थारू, पंजाबी, पूरब व अन्य समाज के लोगों को भी शामिल करने की बात कही ताकि पर्वतीय संस्कृति के साथ विभिन्न संस्कृतियों का संगम उत्तरायणी कौथिग में दिखे.
हरीश रावत ने खटीमा में पिछले 14 सालों से लगातार पर्वतीय संस्कृति को आगे बढ़ाने के लिए किए जा रहे उत्तरायणी कौथिग की सराहना भी की. उन्होंने कहा कि प्रदेश की संस्कृति और लोक कलाओं को जीवित रखने के लिए ये प्रयास सराहनीय है.