ETV Bharat / state

डॉक्टर साहब तनख्वाह ले रहे सरकार की, सेवा दे रहे प्राइवेट अस्पताल में - डॉ. पीके ठाकुर सीएमएस

अभी तक आपने सरकारी डॉक्टरों के पहाड़ में नौकरी करने से कतराने के मामले तो सामने सुने होंगे, लेकिन अब तराई में डॉक्टर ड्यूटी टाइम में प्राइवेट हॉस्पिटलों में जाकर अपने सेवा देकर मोटी कमाई कर रहे हैं.

खटीमा
author img

By

Published : Sep 5, 2019, 12:49 PM IST

Updated : Sep 5, 2019, 1:10 PM IST

खटीमा: सीमांत क्षेत्र खटीमा के नागरिक चिकित्सालय में डॉक्टरों की मनमानी का मामला सामने आया है. यहां के डॉक्टर तनख्वाह तो सरकारी ले रहे हैं, लेकिन अस्पताल छोड़कर निजी अस्पताल में इलाज करने जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने डॉक्टर की यह करतूत अपने कैमरे में कैद की है.

सरकारी डॉक्टर प्राइवेट हॉस्पिटल में कर रहे इलाज,

उत्तराखंड में जहां सरकारी डॉक्टरों के पहाड़ पर चढ़ने से कतराने के मामले सामने आ रहे हैं. तो वहीं, उधम सिंह नगर की खटीमा तहसील स्थित नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस पीके ठाकुर ड्यूटी टाइम में निजी अस्पताल में इलाज करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पूरे स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. खटीमा नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. डीके ठाकुर एनेस्थीसिया के डॉक्टर हैं.

गुरुवार को जब डॉ. पीके ठाकुर सरकारी हॉस्पिटल ड्यूटी टाइम में एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के लिए एनेस्थीसिया देने जा रहे थे, तो ईटीवी भारत ने उनकी यह करतूत कैमरे में कैद कर ली. ऑपरेशन खत्म होने के बाद डॉक्टर जब बाहर आए तो उन्होंने कहा कि इस इस अस्पताल के डॉक्टर के पिता हार्ट पेशेंट है. तबीयत खराब होने पर उनको फोन आया और वे यहां ट्रीटमेंट देने आए हैं.

पढ़ें- मिड-डे मील का REALITY CHECK, बच्चों ने खाने के बारे में कही ये बात

दरअसल, खटीमा नागरिक चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक ड्यूटी टाइम में प्राइवेट हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया देकर कर रहे हैं मोटी कमाई कर रहे हैं. वहीं, जब इस से उप जिलाधिकारी को अवगत कराया गया तो उन्होंने इस मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी है. जिसके बाद ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

खटीमा: सीमांत क्षेत्र खटीमा के नागरिक चिकित्सालय में डॉक्टरों की मनमानी का मामला सामने आया है. यहां के डॉक्टर तनख्वाह तो सरकारी ले रहे हैं, लेकिन अस्पताल छोड़कर निजी अस्पताल में इलाज करने जा रहे हैं. ईटीवी भारत ने डॉक्टर की यह करतूत अपने कैमरे में कैद की है.

सरकारी डॉक्टर प्राइवेट हॉस्पिटल में कर रहे इलाज,

उत्तराखंड में जहां सरकारी डॉक्टरों के पहाड़ पर चढ़ने से कतराने के मामले सामने आ रहे हैं. तो वहीं, उधम सिंह नगर की खटीमा तहसील स्थित नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस पीके ठाकुर ड्यूटी टाइम में निजी अस्पताल में इलाज करने का मामला सामने आया है. जिसके बाद पूरे स्वास्थ्य महकमें में हड़कंप मचा हुआ है. खटीमा नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस डॉ. डीके ठाकुर एनेस्थीसिया के डॉक्टर हैं.

गुरुवार को जब डॉ. पीके ठाकुर सरकारी हॉस्पिटल ड्यूटी टाइम में एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के लिए एनेस्थीसिया देने जा रहे थे, तो ईटीवी भारत ने उनकी यह करतूत कैमरे में कैद कर ली. ऑपरेशन खत्म होने के बाद डॉक्टर जब बाहर आए तो उन्होंने कहा कि इस इस अस्पताल के डॉक्टर के पिता हार्ट पेशेंट है. तबीयत खराब होने पर उनको फोन आया और वे यहां ट्रीटमेंट देने आए हैं.

पढ़ें- मिड-डे मील का REALITY CHECK, बच्चों ने खाने के बारे में कही ये बात

दरअसल, खटीमा नागरिक चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक ड्यूटी टाइम में प्राइवेट हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया देकर कर रहे हैं मोटी कमाई कर रहे हैं. वहीं, जब इस से उप जिलाधिकारी को अवगत कराया गया तो उन्होंने इस मामले की जांच तहसीलदार को सौंपी है. जिसके बाद ही अग्रिम कार्रवाई अमल में लाई जाएगी.

Intro:summary- अभी तक सरकारी डॉक्टरों के पहाड़ में नौकरी करने से कतराने के मामले तो सामने आए थे। लेकिन अब तराई में डॉक्टर ड्यूटी टाइम में सरकारी अस्पताल की जगह प्राइवेट हॉस्पिटलों में जाकर मोटी कमाई करने में जुट गए हैं।

नोट-खबर एफटीपी में-sarkari doctor private hospital me kar rahe ilaaj- नाम के फोल्डर में है।

एंकर- मोटी सरकारी तनख्वाह ले रहे सरकारी डॉक्टर सरकारी अस्पताल छोड़ प्राइवेट हॉस्पिटलों में कर रहे हैं इलाज। खटीमा नागरिक चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक ड्यूटी टाइम में प्राइवेट हॉस्पिटल में एनेस्थीसिया देकर कर रहे हैं कमाई। वही एसडीएम द्वारा पूरे मामले की जांच तहसीलदार को सौपे जाने पर तहसीलदार ने जांच उपरांत कार्यवाही की कही बात।


Body:वीओ- उत्तराखंड में जहां सरकारी डॉक्टरो के पहाड़ पर चढ़ने से कतराने के मामले सामने आते रहे हैं। वही उधमसिंह नगर जनपद की खटीमा तहसील स्थित नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस पीके ठाकुर द्वारा ड्यूटी टाइम में सरकारी अस्पताल छोड़ निजी अस्पताल में इलाज करने का मामला सामने आया है। पूरे मामले के अनुसार खटीमा नागरिक चिकित्सालय के सीएमएस डॉ डीके ठाकुर जो एनेस्थीसिया के डॉक्टर है। वह प्राइवेट हॉस्पिटलों में जाकर एनेस्थीसिया देने का काम कर मोटी कमाई करते हैं। लेकिन सरकारी हॉस्पिटल में वह मरीज देखना अभी पसंद नहीं करते हैं। आज डॉ पीके ठाकुर सरकारी हॉस्पिटल ड्यूटी टाइम में छोड़कर एक निजी अस्पताल में ऑपरेशन के लिए एनएसथीसिया देने जा रहे थे तो मीडिया में मौके पर पहुंचकर इस पूरे घटनाक्रम को अपने कैमरे में कैद कर लिया ऑपरेशन खत्म होने के बाद डॉक्टर डीके ठाकुर निजी अस्पताल से बाहर आए तो बाहर मीडिया भी फौज उनसे सवाल पूछने के लिए तैयार खड़ी थी द्वारा पूछने पर कि सरकारी अस्पताल में ड्यूटी टाइम में सरकारी छोड़कर नीजि अस्पताल में एनेस्थीसिया देने क्यों आए हैं। तो उनका कहना था कि वह इस निजी अस्पताल डॉक्टर के पिताजी जो हार्ट के पेशेंट है। तबीयत खराब होने का फोन आने पर उनको ट्रीटमेंट देने आए हैं। सीएमएस पीके ठाकुर जो कि एनेस्थीसिया के डॉक्टर है। वह हार्ट के पेशेंट को ट्रीटमेंट देने एक निजी अस्पताल में तो पहुंच जाते हैं परंतु नॉर्मल मरीजों को भी वह सरकारी अस्पताल खटीमा में अटेंड नहीं करते हैं। यह मामला प्रशासन तक पहुंचने पर खटीमा एसडीएम ने इस पूरे मामले की जांच तहसीलदार खटीमा युसूफ अली को सौंपी है। तहसीलदार ने निजी अस्पताल पहुंचकर वहां पर कार्यरत डॉक्टरों के बयान दर्ज किए। और वही मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि वह इस मामले की जांच कर रहे हैं और जो भी सबूत सामने आएंगे उसके आधार पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

बाइट-डॉ पीके ठाकुर सीएमएस नागरिक चिकित्सालय खटीमा

बाइट- युसूफ अली तहसीलदार खटीमा


Conclusion:
Last Updated : Sep 5, 2019, 1:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.