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काशीपुर में पैदा हुये बाढ़ के हालात, मौके पर पहुंचे DM, SP, एनडीआरएफ के साथ संभाला मोर्चा

जंगल से गुजरता हुआ पानी बहला नदी में आने से हिम्मतपुर-हेमपुर इस्माइल क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. वहीं, सूचना मिलने के बाद डीएम और एसपी ने मौके पर जाकर मोर्चा संभाला और बाढ़ प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया. साथ ही उन्होंने लोगों से पैनिक न होने का आग्रह किया है.

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Published : Jul 16, 2023, 11:01 AM IST

Updated : Jul 16, 2023, 5:56 PM IST

स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी उदय राज सिंह

काशीपुर: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड में इस वक्त हो रही आपदा की बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. जिसके चलते बीती शाम पहाड़ों का पानी काशीपुर के बहला नदी में अचानक आने से आसपास के क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. दरअसल बाजपुर रोड स्थित हिम्मतपुर-हेमपुर इस्माइल क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया. जिसके बाद जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे और खुद मोर्चा संभाला.

flood situation in Kashipur
काशीपुर में अचानक उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति

40 से 50 परिवार बाढ़ प्रभावित: जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा कि क्षेत्र में 40 से 50 परिवार प्रभावित हुए हैं और 25 परिवार ऐसे हैं जिनके आधे घरों तक पानी भर गया है. क्षेत्रीय पार्षद के जरिए घरों की छतों पर चढ़े लोगों से अपील की जा रही है कि उनके रहने और खाने की व्यवस्था सुरक्षित स्थान पर कर दी गई है और एनडीआरएफ के माध्यम से वह सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकते हैं. बाढ़ से प्रभावित लोगों के घरों के नुकसान की भरपाई भी की जाएगी और उन्हें उचित मुआवजा भी शासन से दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए कि रामनगर से लगातार संपर्क बनाए रखें. जिससे कि रामनगर क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के समय सभी अलर्ट पर रहें और लोगों का बचाव किया जा सके.

flood situation in Kashipur
हिम्मतपुर-हेमपुर इस्माइल क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात

जंगल से गुजरता हुआ पानी बहला नदी में आया: जिलाधिकारी को उदयराज सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि बीते दिनों रामनगर के ऊपर जंगलों में ज्यादा बरसात होने के चलते जंगल से गुजरता हुआ पानी बहला नदी में आ गया. जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यह आभास नहीं था कि इतना पानी अचानक आ जाएगा और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मौके पर एनडीआरएफ के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है.

एसपी ने खुद संभाला मोर्चा: जिले के पुलिस कप्तान डॉक्टर मंजूनाथ टीसी भी एनडीआरएफ 15 गदरपुर की 28 सदस्यों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ की टीम के साथ स्वयं मोर्चा संभालते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. इस दौरान उन्होंने एनडीआरएफ की टीम को राहत एवं बचाव कार्य सुरक्षात्मक रूप से करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए. बाढ़ में फंसे लोगों को उनके घरों से निकलवा कर उन्हें बाजपुर रोड स्थित डिग्री कॉलेज में बनाए गए सुरक्षात्मक स्थान तक पहुंचाया.

पैनिक न होने का किया गय़ा आग्रह: डॉक्टर मंजूनाथ टीसी ने कहा कि राहत की बात है कि बरसात नहीं हो रही है. जिससे राहत एवं बचाव कार्य में किसी भी तरह की मुश्किल नहीं आएगी. कुछ ही घंटों में पानी का स्तर भी कम हो जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह पैनिक न हो एनडीआरएफ की टीम सभी लोगों को सुरक्षात्मक तरीके से सुरक्षित स्थान पर बखूबी पहुंचाएगी.
ये भी पढ़ें: ...यहां जान जोखिम में डाल बच्चे उफनती गंगा में खोज रहे लकड़ियां

स्थिति के बारे में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी उदय राज सिंह

काशीपुर: मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तराखंड में इस वक्त हो रही आपदा की बारिश ने हाहाकार मचा रखा है. पहाड़ों पर हो रही बारिश का असर मैदानी क्षेत्रों में भी देखने को मिल रहा है. जिसके चलते बीती शाम पहाड़ों का पानी काशीपुर के बहला नदी में अचानक आने से आसपास के क्षेत्र में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. दरअसल बाजपुर रोड स्थित हिम्मतपुर-हेमपुर इस्माइल क्षेत्र में अचानक आई बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया. जिसके बाद जिलाधिकारी और एसएसपी मौके पर पहुंचे और खुद मोर्चा संभाला.

flood situation in Kashipur
काशीपुर में अचानक उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति

40 से 50 परिवार बाढ़ प्रभावित: जिलाधिकारी उदय राज सिंह ने कहा कि क्षेत्र में 40 से 50 परिवार प्रभावित हुए हैं और 25 परिवार ऐसे हैं जिनके आधे घरों तक पानी भर गया है. क्षेत्रीय पार्षद के जरिए घरों की छतों पर चढ़े लोगों से अपील की जा रही है कि उनके रहने और खाने की व्यवस्था सुरक्षित स्थान पर कर दी गई है और एनडीआरएफ के माध्यम से वह सुरक्षित स्थान पर पहुंच सकते हैं. बाढ़ से प्रभावित लोगों के घरों के नुकसान की भरपाई भी की जाएगी और उन्हें उचित मुआवजा भी शासन से दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दे दिए गए कि रामनगर से लगातार संपर्क बनाए रखें. जिससे कि रामनगर क्षेत्र से पानी छोड़े जाने के समय सभी अलर्ट पर रहें और लोगों का बचाव किया जा सके.

flood situation in Kashipur
हिम्मतपुर-हेमपुर इस्माइल क्षेत्र में बाढ़ जैसे हालात

जंगल से गुजरता हुआ पानी बहला नदी में आया: जिलाधिकारी को उदयराज सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया कि बीते दिनों रामनगर के ऊपर जंगलों में ज्यादा बरसात होने के चलते जंगल से गुजरता हुआ पानी बहला नदी में आ गया. जिससे बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई. सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यह आभास नहीं था कि इतना पानी अचानक आ जाएगा और बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मौके पर एनडीआरएफ के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है.

एसपी ने खुद संभाला मोर्चा: जिले के पुलिस कप्तान डॉक्टर मंजूनाथ टीसी भी एनडीआरएफ 15 गदरपुर की 28 सदस्यों की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और एनडीआरएफ की टीम के साथ स्वयं मोर्चा संभालते हुए राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया. इस दौरान उन्होंने एनडीआरएफ की टीम को राहत एवं बचाव कार्य सुरक्षात्मक रूप से करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश दिए. बाढ़ में फंसे लोगों को उनके घरों से निकलवा कर उन्हें बाजपुर रोड स्थित डिग्री कॉलेज में बनाए गए सुरक्षात्मक स्थान तक पहुंचाया.

पैनिक न होने का किया गय़ा आग्रह: डॉक्टर मंजूनाथ टीसी ने कहा कि राहत की बात है कि बरसात नहीं हो रही है. जिससे राहत एवं बचाव कार्य में किसी भी तरह की मुश्किल नहीं आएगी. कुछ ही घंटों में पानी का स्तर भी कम हो जाएगा. उन्होंने लोगों से अपील की है कि वह पैनिक न हो एनडीआरएफ की टीम सभी लोगों को सुरक्षात्मक तरीके से सुरक्षित स्थान पर बखूबी पहुंचाएगी.
ये भी पढ़ें: ...यहां जान जोखिम में डाल बच्चे उफनती गंगा में खोज रहे लकड़ियां

Last Updated : Jul 16, 2023, 5:56 PM IST
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