सितारगंज: नगरपालिका सितारगंज की ओर से स्वच्छता पखवाड़े को लेकर आयोजित की गई बैठक हंगामे की भेट चढ़ गई. बैठक में पालिकाध्यक्ष हरीश दुबे और ठेकेदार इकसाद पटौदी के बीच जमकर बहस हुई. दोनों को एक दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए.
दरअलस, शुक्रवार को नगर पालिका सितारगंज में 1 से 14 सितंबर के बीच होने वाले स्वछता पखवाड़े के लिए एक बैठक आयोजित की गई थी. बैठक में उपजिलाधिकारी भी मौजूद थे. तभी इकशाद पटौदी ने पालिकाध्यक्ष पर टेंडर के एग्रीमेंट से पहले 25 प्रतिशत कमीशन मांगने का आरोप लगाया. इसी को लेकर दोनों के बीच बहस होने लगी.
पटौदी का आरोप है कि वार्ड न. 2 में उनके नाम से एक टेंडर हुआ था, लेकिन जब शुक्रवार को नगरपालिका में टेंडर का एग्रीमेंट कराने पहुंचे तो बाबू ने उनसे टेंडर की 25 प्रतिशत राशि पहले देने और 32 प्रतिशत कुछ कमीशन देने को कहा.
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पटौदी के मुताबिक, जब उन्होंने कमीशन देने के इंकार किया तो पालिकाध्यक्ष उन पर भड़क गए और बगैर कमीशन दिए टेंडर का एग्रीमेंट करने से मना कर दिया. पटौदी का आरोप है कि नगर पालिका में बगैर कमीशन दिए कोई काम नहीं मिल रहा है. पटौदी ने कहा कि उन्होंने व्यापार मंडल को इस बारे में जानकारी दे दी है.
पटौदी ने नगर पालिका पर आरोप लगाते हुए कहा है कि शहर के लिए लगभग 25 लाख रुपए की दवाईयां व लगभग 25 लाख रुपए की बिजली के सामान की खरीद-फरोख्त में बड़ा घोटाला हुआ है. जिसकी जांच होनी चाहिए.
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वहीं, अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को पालिका अध्यक्ष हरीश दुबे ने निराधार बताया है. उन्होंने कहा कि ठेकेदार नाजायज दवाव बनाकर बिना कार्य के पेमेंट कराना चाहता है. इसकी जांच करायी जाय सत्यता पाय जाने पर कार्रवाई की जाय अन्यथा ठेकेदार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.