खटीमा: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र खटीमा में अन्नदाताओं को खाद के लिए भटकना पड़ रहा है. लंबी कतारों में खड़े होने के बाद भी उन्हें खाद नहीं मिल रही है. खाद की किल्लत की वजह से किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में बुआई भी प्रभावित हो रही है.
खटीमा में खाद की भारी किल्लत देखने को मिल रही है. खाद विक्रय केंद्रों पर किसान चार-चान दिन से लाइनों में लगे हुए हैं, फिर भी उन्हें खाद नहीं मिल रही है. वहीं अब प्रशासन के नए फरमान से भी किसान परेशान हो रहे हैं. प्रशासन ने खाद के लिए किसान को खतौनी लाना किया अनिवार्य किया है. प्रशासन के इस फैसले से किसानों में आक्रोश हैं.
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खटीमा में टनकपुर रोड पर कुणाल कॉम्प्लेक्स में खाद की दुकान की है, जहां पिछले चार दिनों से किसान रोज आ रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल रही है. किसानों का कहना है कि पहले खाद रजिस्ट्रेशन और आधार कार्ड से मिल रही थी, लेकिन अब किसानों को खाद नहीं दी जा रही है. किसानों से कहा जा रहा है कि जमीन की खतौनी लेकर आए उसके बाद ही खाद मिलेगी, जबकि खतौनी से ही खाद के लिए उनका रजिस्ट्रेशन हुआ है.
खाद वितरण केंद्र के संचालक का कहना है कि खाद में लेट होने के कारण किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. साथ ही नया आदेश आया है, जिसके तहत किसान को खाद के लिए खतौनी लाना अनिवार्य है.