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किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में दिया धरना, चीनी मिल दोबारा शुरू करने की मांग

2017 में सितारगंज किसान सहकारी चीनी मिल को बिना किसी कारण बंद कर दिया गया था. इसी को लेकर किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय प्रांगण में धरना देकर जल्द से जल्द मिल को दोबारा शुरू करने की मांग की.

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धरना.
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Published : Dec 12, 2019, 7:34 AM IST

सितारगंज: सहकारी चीनी मिल को चालू कराने की मांग को लेकर किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने ऐलान किया कि जब तक चीनी मिल नहीं खुलेगी तब तक ये धरना जारी रहेगा. किसानों की मांग है कि सितारगंज किसान सहकारी चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए.

किसानों ने दिया धरना.

बता दें कि 2017 में चीनी मिल बिना किसी कारण बंद कर दी गई थी. इसी को लेकर किसानों में आक्रोश बना हुआ है. साथ ही उनका आरोप है कि इस मिल में साल 1994 के बाद से सहकारिता चुनाव नहीं कराए गए हैं, जिससे किसानों की सहभागिता खत्म हो गई.

यह भी पढ़ेंः IMPCL के निजीकरण पर हाईकोर्ट का सख्त रुख, केंद्र सरकार को दिए ये निर्देश

चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के संरक्षक प्रकाश तिवारी का कहना है कि साल 2017 में सितारगंज की चीनी मिल पर मेंटेनेंस के लिए दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे और अचानक सरकार ने इस चीनी मिल को बंद करने का फैसला लिया, जिसे लेकर स्थानीय गन्ना किसानों से कोई बात नहीं की गई. उनका कहना है कि चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. साथ ही गन्ने का भुगतान समय पर किया जाए.

सितारगंज: सहकारी चीनी मिल को चालू कराने की मांग को लेकर किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने ऐलान किया कि जब तक चीनी मिल नहीं खुलेगी तब तक ये धरना जारी रहेगा. किसानों की मांग है कि सितारगंज किसान सहकारी चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए.

किसानों ने दिया धरना.

बता दें कि 2017 में चीनी मिल बिना किसी कारण बंद कर दी गई थी. इसी को लेकर किसानों में आक्रोश बना हुआ है. साथ ही उनका आरोप है कि इस मिल में साल 1994 के बाद से सहकारिता चुनाव नहीं कराए गए हैं, जिससे किसानों की सहभागिता खत्म हो गई.

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चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के संरक्षक प्रकाश तिवारी का कहना है कि साल 2017 में सितारगंज की चीनी मिल पर मेंटेनेंस के लिए दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे और अचानक सरकार ने इस चीनी मिल को बंद करने का फैसला लिया, जिसे लेकर स्थानीय गन्ना किसानों से कोई बात नहीं की गई. उनका कहना है कि चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. साथ ही गन्ने का भुगतान समय पर किया जाए.

Intro:summary- बंद पड़ी सितारगंज चीनी मिल को फिर से शुरू कराने के लिए खटीमा और सितारगंज के दर्जनों गन्ना किसानों ने सितारों जिलाधिकारी कार्यालय पर शुरू किया धरना प्रदर्शन।

नोट-खबर एफटीपी में- chini khilaane ko dharna - नाम के फोल्डर में है।

एंकर- खटीमा- नानकमत्ता और सितारगंज किसानों द्वारा सितारगंज में बंद पड़ी चीनी मिल को खुलवाने के लिये अपनी एक सूत्रीय मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया शुरू। गन्ना किसानों ने किया ऐलान जब तक नहीं खुलेगी चीनी मिल जारी रहेगा धरना प्रदर्शन।


Body:वीओ- उधम सिंह नगर जनपद के सितारगंज में बंद पड़ी सहकारी चीनी मिल को फिर से खुलवाने के लिए क्षेत्र के गन्ना किसानों ने धरना किया शुरू। खटीमा और सितारगंज के गन्ना किसानों ने कुछ दिन पूर्व सितारगंज में बंद पड़ी चीनी मिल को खुलवाने के लिए बैठक कर चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति का गठन किया। था। जिसके तहत सितारगंज में बंद पड़ी चीनी मिल को खुलवाने के लिए धरना प्रदर्शन व अन्य आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही थी। आज खटीमा बस सितारगंज के दर्जनों गन्ना किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय में धरना दिया। वही धरना दे रहे किसानों का कहना है की सन 2017 में दो करोड़ रुपये सितारगंज की चीनी मिल पर मेंटेनेंस के लिए खर्च करने के बाद अचानक सरकार ने चीनी मिल बंद करने का फैसला लिया। और स्थानीय गन्ना किसानो से में कोई बात भी नही की। जब तक सरकार सितारगंज चीनी मिल को खुलवाने के आदेश नहीं देगी गन्ना किसान लगातार धरना प्रदर्शन करते रहेंगे।

बाइट- प्रकाश तिवारी संरक्षक चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति


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