सितारगंज: सहकारी चीनी मिल को चालू कराने की मांग को लेकर किसानों ने उप जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने ऐलान किया कि जब तक चीनी मिल नहीं खुलेगी तब तक ये धरना जारी रहेगा. किसानों की मांग है कि सितारगंज किसान सहकारी चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए.
बता दें कि 2017 में चीनी मिल बिना किसी कारण बंद कर दी गई थी. इसी को लेकर किसानों में आक्रोश बना हुआ है. साथ ही उनका आरोप है कि इस मिल में साल 1994 के बाद से सहकारिता चुनाव नहीं कराए गए हैं, जिससे किसानों की सहभागिता खत्म हो गई.
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चीनी मिल चलाओ संघर्ष समिति के संरक्षक प्रकाश तिवारी का कहना है कि साल 2017 में सितारगंज की चीनी मिल पर मेंटेनेंस के लिए दो करोड़ रुपये खर्च किए गए थे और अचानक सरकार ने इस चीनी मिल को बंद करने का फैसला लिया, जिसे लेकर स्थानीय गन्ना किसानों से कोई बात नहीं की गई. उनका कहना है कि चीनी मिल को दोबारा चालू कर किसानों की सहभागिता सुनिश्चित की जाए. साथ ही गन्ने का भुगतान समय पर किया जाए.