रुद्रपुरः कृषि कानून और लखीमपुर-खीरी हिंसा को लेकर किसानों ने जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान किसानों ने कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर नारेबाजी करते हुए केंद्रीय मंत्री को बर्खास्त करने की मांग की. साथ ही राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा. वहीं, प्रदर्शन के मद्देनजर भारी पुलिस फोर्स भी तैनात रही.
संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर आज दोपहर बड़ी संख्या में किसान जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान बीते कई महीने से कृषि कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन केंद्र सरकार उनकी मांगों को सुनने की बजाय, उन्हें कुचलने का प्रयास कर रही है.
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किसानों का आरोप है कि लखीमपुर-खीरी में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के इशारे पर किसानों पर वाहनों को चढ़ाया गया. घटना में मंत्री के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है, लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक आरोपित मंत्री को बर्खास्त नहीं किया. उन्होंने राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजकर कृषि कानून को वापस लेने की मांग की है. साथ ही मंत्री को तत्काल बर्खास्त करने की भी अपील की है.
लखीमपुर-खीरी हिंसाः बता दें बीते 3 अक्टूबर को लखीमपुर-खीरी में प्रदर्शन कर रहे किसानों को स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल (एसयूवी) ने रौंद दिया था. जिसके चलते चार किसानों की मौत हो गई थी. इसके बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोग भी मारे गए थे. नाराज किसानों ने दो एसयूवी में आग लगा दी थी.
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किसानों को रौंदने का आरोप केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा लगा था. हालांकि, उसे गिफ्तार कर लिया गया है. वहीं, पुलिस रिमांड पर चल रहे लखीमपुर-खीरी के तिकोनियां कांड के मुख्य आरोपी केंद्रीय गृह राज्यमंत्री के बेटे आशीष मिश्रा को डेंगू हो गया है.