काशीपुर: प्रतिष्ठित नेत्र चिकित्सक को फेसबुक पर किसानों के विरुद्ध अभद्र टिप्पणी करना मंहगा पड़ गया. क्षेत्र के दर्जनों की संख्या में किसान आक्रोश में आकर चिकित्सक के नर्सिंग होम पहुंच पहुंच गए और जमकर नारेबाजी की. वहीं सूचना मिलने पर आईटीआई थाने की पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. इसके साथ ही मौके पर पहुंचे स्थानीय विधायक हरभजन सिंह चीमा के खिलाफ किसानों का गुस्सा भड़क उठा और उन्होंने स्थानीय विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल काशीपुर के आईटीआई थाना क्षेत्र के चैती रोड पर भगवती देवी नेत्र चिकित्सालय के डॉ देवेन्द्र चंद्र ने अपनी फेसबुक वॉल पर किसानों के विरूद्ध आपत्तिजनक शब्दावली का प्रयोग किया, जिससे किसानों में भारी आक्रोश व्याप्त हो गया. सोमवार सुबह भारी संख्या में किसान उनके नर्सिंग होम के बाहर जमा हो गए और चिकित्सक के विरूद्ध नारेबाजी करने लगे. किसानों के आक्रोश को देखते हुए नर्सिग होम के मुख्य द्वार पर अंदर से ताला लगा दिया गया. इस बीच वहां आए मरीजों में अफरा-तफरी मच गई.
सूचना मिलने पर आईटीआई प्रभारी विद्यादत्त जोशी पुलिस बल के साथ पहुंचे और चिकित्सक डॉ देवेंद्र चंद्र को सुरक्षा के लिहाज से थाने चलने को कहा, जिस पर चिकित्सक के परिजनों ने मना कर दिया. काफी देर तक आईटीआई थाना प्रभारी उन्हें समझाते रहे. अंततः चिकित्सक और उनके परिजन किसानों के समक्ष जाकर माफी मांगने को राजी हुए.
इसी बीच भाजपा विधायक हरभजन सिंह चीमा ने आईटीआई थाना प्रभारी को फोन कर मामले की जानकारी ली. हालांकि थोड़ी देर बाद विधायक चीमा स्वयं मौके पर पहुंचे. विधायक चीमा के आते ही वहां मौजूद किसानों ने उन्हें घेर लिया और नारे लगाने शुरू कर दिए. विधायक चीमा को किसानों द्वारा घेर लिए जाने और नारेबाजी करने से वहां मौजूद पुलिस बल के हाथ-पांव फूल गए और बड़ी मुश्किल से विधायक चीमा को उग्र किसानों की भीड़ से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर लाया गया. उग्र किसानों ने विधायक चीमा के विरूद्ध जमकर नारेबाजी की तथा उनसे इस्तीफा देने की मांग की.
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वहीं बाद में विधायक चीमा ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि वह स्वयं भी किसान परिवार से हैं. चिकित्सक द्वारा किसानों के विरुद्ध चुभने वाली बात कही गई जो नहीं कहनी चाहिए थी. काफी देर के हंगामे और तनाव के बीच डॉक्टर के द्वारा फेसबुक पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगें जाने के बाद आक्रोशित किसान शांत हुए.