रुद्रपुर/अल्मोड़ा/श्रीनगर: देशभर में अभी भी अग्निपथ योजना का विरोध जारी है. युवाओं के बाद इस योजना के खिलाफ किसान सड़कों पर उतर गए हैं. इसी कड़ी में रुद्रपुर में किसान मोर्चा और मजदूरों ने डीएम कार्यालय के गेट पर अग्निपथ योजना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने सरकार से अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग की. साथ ही कहा कि जब तक सरकार इस योजना वापस नहीं ले लेती है, तब तक किसान और मजदूर युवाओं के साथ खड़े रहेंगे. उधर, अल्मोड़ा में उत्तराखंड किसान सभा ने धरना दिया.
देश के कई हिस्सों में केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का विरोध हो रहा है. रुद्रपुर में भारतीय किसान यूनियन और मजदूर संगठनों ने योजना के विरोध में कलेक्ट्रेट गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भी भेजा. सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए गेट पर भारी पुलिस फोर्स को तैनात किया गया.
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किसानों का कहना है कि बॉर्डर पर उनके ही बेटे खड़े हैं. ऐसे में उनका युवाओं के साथ समर्थन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के बहाने सेना का निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने केंद्र सरकार से योजना को वापस लेने की मांग की. उन्होंने कहा कि जब तक अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाती है, तब तक उनका शांतिपूर्ण विरोध जारी रहेगा.
अल्मोड़ा में उत्तराखंड किसान सभा का धरनाः राष्ट्रव्यापी बंद के आह्वान पर आज अल्मोड़ा में अखिल भारतीय संगठन से संबद्ध उत्तराखंड किसान सभा ने चौघानपाटा स्थित गांधी पार्क में धरना व प्रदर्शन किया. इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने बिना किसी की राय के अग्निपथ योजना का ऐलान कर दिया. सरकार की यह योजना सेना भर्ती की तैयारी कर युवाओं कि हितों पर कुठाराघात है. आज देश का युवा सड़कों पर उतर आया है, लेकिन सरकार उनकी सुनने को तैयार नहीं है.
श्रीनगर में आइसा का प्रदर्शन: आइसा छात्र संगठन ने शुक्रवार को अग्निपथ योजना के विरोध में गढ़वाल केंद्रीय विवि के मुख्य गेट के सम्मुख प्रदर्शन करते हुए जल्द सरकार से योजना को वापस लिये जाने की मांग की. छात्र नेताओं ने कहा कि युवा इस योजना का विरोध कर रहे है। उन्होंने कहा कि योजना उनके सपनों और भविष्य के साथ केंद्र सरकार का खिलवाड़ है जिसे तत्काल सरकार को वापस लेना चाहिए और भर्ती की पुरानी प्रक्रियाओं को बहाल करना चाहिए. इस दौरान आइसा नेता अंकित उछोली ने कहा कि केंद्र सरकार की इस योजना का विरोध देश का हर युवा कर रहा है. सरकार ने बिना युवाओं से पूछे यह नीति बनाई है. जिसका असर उनके भविष्य और साथ ही देश के भविष्य पर भी पड़ेगा.
क्या है अग्निपथ योजना? बीती 14 जून को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने भारतीय युवाओं के लिए सशस्त्र बलों में सेवा के लिए एक आकर्षक भर्ती योजना 'अग्निपथ' (Agnipath) को मंजूरी दी. इसमें अग्निवीर (Agniveer) युवाओं को कम उम्र में सैन्य प्रशिक्षण के साथ-साथ स्वरोजगार के काबिल भी बनाया जाएगा. इस दौरान उन्हें शानदार वेतन भी मिलेगा. पहले साल 46 हजार युवक-युवतियों की भर्ती जाएगी. यहां संख्या हर साल कम या ज्यादा हो सकती है. यह योजना सेना भर्ती रैलियों की जगह लेगी.