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किसान नेता ने धान समर्थन मूल्य को बताया छलावा, कहा- सरकार कर रही किसानों का शोषण

त्रिवेंद्र सरकार द्वारा जारी धान के समर्थन को लेकर किसान नेता ने गुस्सा जाहिर किया है. किसान नेता का कहना है कि सरकार द्वारा किसानों का शोषण किया जा रहा है, किसान को धान का इतना कम समर्थन मूल्य देकर छलावा कर रही है.

किसान नेता ने धान समर्थन मूल्य को बताया छलावा.
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Published : Sep 2, 2019, 7:56 AM IST

रुद्रपुर: त्रिवेंद्र सरकार द्वारा जारी धान के समर्थन मूल्य को लेकर कांग्रेसी और किसान नेता मुद्दा बनाकर कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गणेश उपाध्याय ने त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार किसानों का शोषण कर रही है. किसानों को उनकी लागत के अनुसार समर्थन मूल्य जारी नहीं किया गया है.

किसान नेता ने धान समर्थन मूल्य को बताया छलावा.

प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019-20 में धान की खरीद का समर्थन मूल्य जारी कर दिया गया है. इसके बाद कांग्रेसी और किसान नेताओं ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए छलावे की सरकार बताया. पूर्व दर्जा राज्य मंत्री व किसान नेता गणेश उपाध्याय ने सरकार की मंशा को कटघरे में खड़ा करते हुए गम्भीर आरोप लगाए हैं.

किसान नेता गणेश उपाध्याय ने बताया कि सरकार लगातार किसानों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है. किसानों के एक कुंतल धान में लागत 2634 रुपये आती है, जबकि सरकार द्वारा 1835 रुपये समर्थन मूल्य की घोषणा की गई है. जिस कारण किसानों को प्रत्येक कुंतल में 800 रुपये का नुकसान होगा.

ये भी पढ़ें: देवभूमि में अद्भुत और निराला है ये देव स्थल, भीम ने बनाया था पुल

उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष धान खरीद का पैसा सरकार द्वारा 6 माह बाद दिया गया था, जिस कारण किसानों ने गेंहू की बुआई के लिए आड़तियों को धान कम दाम में बेच दिए थे. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार को बिचौलियों और आढ़तियों को 1835 से अधिक दाम पर धान खरीद के निर्देश दिए जाने चाहिए.

गणेश उपाध्याय ने बताया कि पूर्व में उनके द्वारा लगाई गई पीआईएल पर हाईकोर्ट द्वारा सरकार को निर्देश दिए गए थे कि किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तीन गुना होना चाहिए, लेकिन 2 वर्ष बाद भी सरकार किसान आयोग का गठन करने में नाकाम साबित हुई है. इसके लिए वो जल्द ही सरकार को न्यायालय में घेरने की तैयारी कर रहे हैं.

रुद्रपुर: त्रिवेंद्र सरकार द्वारा जारी धान के समर्थन मूल्य को लेकर कांग्रेसी और किसान नेता मुद्दा बनाकर कटघरे में खड़ा कर रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गणेश उपाध्याय ने त्रिवेंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार किसानों का शोषण कर रही है. किसानों को उनकी लागत के अनुसार समर्थन मूल्य जारी नहीं किया गया है.

किसान नेता ने धान समर्थन मूल्य को बताया छलावा.

प्रदेश सरकार द्वारा वर्ष 2019-20 में धान की खरीद का समर्थन मूल्य जारी कर दिया गया है. इसके बाद कांग्रेसी और किसान नेताओं ने सरकार को आड़े हाथ लेते हुए छलावे की सरकार बताया. पूर्व दर्जा राज्य मंत्री व किसान नेता गणेश उपाध्याय ने सरकार की मंशा को कटघरे में खड़ा करते हुए गम्भीर आरोप लगाए हैं.

किसान नेता गणेश उपाध्याय ने बताया कि सरकार लगातार किसानों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है. किसानों के एक कुंतल धान में लागत 2634 रुपये आती है, जबकि सरकार द्वारा 1835 रुपये समर्थन मूल्य की घोषणा की गई है. जिस कारण किसानों को प्रत्येक कुंतल में 800 रुपये का नुकसान होगा.

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उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष धान खरीद का पैसा सरकार द्वारा 6 माह बाद दिया गया था, जिस कारण किसानों ने गेंहू की बुआई के लिए आड़तियों को धान कम दाम में बेच दिए थे. उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार को बिचौलियों और आढ़तियों को 1835 से अधिक दाम पर धान खरीद के निर्देश दिए जाने चाहिए.

गणेश उपाध्याय ने बताया कि पूर्व में उनके द्वारा लगाई गई पीआईएल पर हाईकोर्ट द्वारा सरकार को निर्देश दिए गए थे कि किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तीन गुना होना चाहिए, लेकिन 2 वर्ष बाद भी सरकार किसान आयोग का गठन करने में नाकाम साबित हुई है. इसके लिए वो जल्द ही सरकार को न्यायालय में घेरने की तैयारी कर रहे हैं.

Intro:summry - धान के समर्थन मूल्य को लेकर कांग्रेस नेता सरकार पर हमलावर हो रहे है। त्रिवेंद्र सरकार की घोषणा के बाद धान के समर्थन मूल्य को छलावा करार दिया है।

एंकर - त्रिवेंद्र सरकार द्वारा जारी धान के समर्थन मूल्य को लेकर अब कांग्रेस व किसान नेता मुद्दा बना कर कटघरे में खड़ा कर रहे है। कांग्रेस के पूर्व दर्जा राज्य मंत्री गणेश उपाध्याय ने सवालिया निशान लगाए है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी की डबल इंजन सरकार किसानों का शोषण कर रही है। लागत के अनुसार समर्थन मूल्य जारी नही किया गया है।


Body:वीओ - उत्तराखंड सरकार द्वारा वर्ष 2019-20 के धान की खरीद का समर्थन मूल्य जारी करने के बाद पूर्व दर्जा राज्य मंत्री व किसान नेता गणेश उपाध्याय ने सरकार की मंशा को कटघरे में खड़ा करते हुए गम्भीर आरोप लगाए है। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार किसानों के साथ दुर्व्यवहार कर रही है। किसानों के एक कुंतल धान में लागत 2634 रुपये आती है जबकि सरकार द्वारा 1835 रुपये समर्थन मूल्य की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कुंतल में 800 रुपये का नुकसान किसानों को होगा। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष धान खरीद का पैसा सरकार द्वारा 6 माह बाद दिया गया था। जिसकारण किसान गेंहू की बुआई के लिए आडतियों को धान ओने पोन दाम में बेच देता है। उन्होंने सरकार से मांग करते हुए कहा कि सरकार को बिचौलियों ओर आढ़तियों को 1835 से अधिक दाम पर धान खरीद के निर्देश दिए जाने चाहिए। उन्होंने बताया कि पूर्व में उनके द्वारा लगाई गई पीआईएल पर हाईकोर्ट द्वारा सरकार को निर्देश देते हुए कहा था कि किसानों की फसलों का समर्थन मूल्य तीन गुना होना चाहिए लेकिन 2 वर्ष बाद भी सरकार किसान आयोग का गठन करने में नाकाम साबित हुआ है। उन्होंने कहा कि वह जल्द ही इस पर सरकार को न्ययालय में घेरने की तैयारी कर रहे है।

बाइट - गणेश उपाध्याय, किसान नेता।


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