काशीपुर: मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती किशोरी की मौत से नाराज परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया. जिसके बाद परिजन अस्पताल में ही धरने पर बैठ गए. परिजनों ने डाक्टर व उनके स्टाफ पर मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. वहीं, इस मामले में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि मरीज के तीमारदारों ने अस्पताल स्टाफ के साथ बदसलूकी की है. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है.
दरअसल, बाजपुर कोतवाली के सुल्तानपुर पट्टी की सीमा से सटे पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के जिला रामपुर के गांव मिलख नौखरीद के रहने वाले सुरेंद्र पांडे की 16 वर्षीय बेटी प्रिया पांडेय की बीती 23 अगस्त को तबीयत खराब हो गई थी. जिसके बाद परिजन उसे काशीपुर में मुरादाबाद रोड स्थित एक निजी चिकित्सालय में ले आए. प्रिया पांडे के फेफड़ों में इंफेक्शन था. डाक्टरों ने उसका इलाज शुरू किया. किशोरी की कुछ जांचें कराई गईं, जिनकी रिपोर्ट आनी थी. इसी दौरान आज सोमवार को दोपहर लगभग दो बजे किशोरी ने दम तोड़ दिया. इस बात से नाराज परिजन हंगामा करने लगे.
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उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने समय से रिपोर्ट नहीं मंगवाई. इलाज में भी लापरवाही की गई. जब वह डॉक्टर से बात करने गए तो डाक्टर व उनके स्टाफ ने उनसे मारपीट की. जिसके बाद किशोरी के परिजन अस्पताल के बाहर धरने पर बैठ गए. वे अस्पताल के डाक्टरों पर कार्रवाई की मांग करने लगे. इसी बीच कोतवाली से एसआई संजीव कुमार मौके पर पहुंचे. इसके बाद भी स्थिति काबू में नहीं आ सकी. बाद में इंस्पेक्टर कोतवाली जीबी जोशी ने मौके पर पहुंच कर स्थिति को संभाला. अस्पताल के डॉक्टर अरविंद शर्मा का कहना है कि किशोरी की हालत शुरू से ही बहुत खराब थी. परिजनों को इस बारे में बता दिया गया था. अस्पताल की ओर से इलाज में कोई लापरवाही नहीं की गई है. उल्टे परिजनों ने उनके साथ व स्टाफ के साथ बदसलूकी की है.
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किशोरी के भाई अंकित पांडे ने बताया प्रिया की तबीयत खराब थी. जिसके बाद उसे हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया. अगले दिन उसे आईसीयू में शिफ्ट कर दिया गया. जिसके बाद उसकी तबीयत में सुधार आता चला गया. बीते दिन से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. फिर तबीयत में सुधार न होते देख प्रिया का सीटी स्कैन कराया गया. सीटी स्कैन रिपोर्ट आने तक प्रिया की स्थिति बिगड़ती चली गई. आज दोपहर उसने दम तोड़ दिया. प्रिया के भाई अंकित पांडे ने बताया कि प्रिया की मौत के बाद परिजन डॉक्टर से बात करने गए तो डॉक्टर और उनके स्टाफ ने उनके साथ बदसलूकी और मारपीट की. अस्पताल के सफाई कर्मचारियों के द्वारा भी मारपीट की गई.
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मौके पर पहुंचे काशीपुर कोतवाली प्रभारी सीपी जोशी ने बताया कि किशोरी के परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर के द्वारा उनके मरीज को रेफर नहीं किया गया, जबकि हालत बिगड़ने पर अन्यत्र रेफर कर दिया जाना चाहिए था, जो कि नहीं किया गया. जब वह हॉस्पिटल में बातचीत करने गए थे उनके साथ अभद्रता की गई. किशोरी के आक्रोशित परिजनों को समझा बुझा कर शांत करा दिया गया है. उनसे तहरीर देने के लिए कहा गया है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है.