रुद्रपुर: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस आज विश्व पर अपना कहर बरपा रहा है. रोजाना कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की तादाद लगातार बढ़ रही है. भारत में भी कोरोना वायरस संक्रमित लोगों का आंकड़ा हजारों में पहुंच चुका है. इससे निपटने के लिए आज सबसे अधिक जरूरत डॉक्टरों की है. ऐसे में ईटीवी भारत की टीम ने कोरोना वायरस से फ्रंट लाइन में जंग लड़ रहे कोरोना वॉरियर्स की दिनचर्या को लेकर उनसे और उनके परिवार से बातचीत की.
बता दें कि, इस बावत ईटीवी भारत की टीम ने एक कोरोना वॉरियर्स डॉक्टर अंकित कांडपाल से बात की, जो उधम सिंह नगर में कोविड-19 से संक्रमित और संदिग्ध लोगों की स्कैनिंग करते हैं. डॉक्टर अंकित बुजुर्ग मां बाप का एक मात्र सहारा हैं. रोजना 35 किलोमीटर दूर हल्द्वानी से उधम सिंह नगर पहुंच लोगों की सेवा करते हैं. इसके साथ ही, सुबह से शाम तक कोरोना से जंग और फिर घर की जिम्मेदारी दोनों को बखूभी निभा रहे हैं. कभी उत्तर प्रदेश के बॉर्डर तो कभी संदिग्ध लोगों की स्कैनिंक तो कभी क्वारंटीन किए गए लोगों का चेकअप करना ही इनकी दिनचर्या बन गया है.
जब डॉ अंकित की पत्नी नेहा कांडपाल से इस बावत बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के कहर से चिंताएं बढ़ी है. जब देश के लोग घरों में कैद हैं, तब कोरोना वॉरियर्स सबसे आगे आकर लोगों की सेवा कर रहे हैं. उन्होंने इस बात पर फक्र महसूस किया कि इस आपदा की घड़ी में उनके पति अपनी जिमेदारी को बखूबी निभा रहे हैं. साथ ही, घर का भी पूरा ख्याल रख रहे हैं.
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वहीं, नेहा कांडपाल ने देश की जनता से घरों में रहने की अपील की. उन्होंने कहा कि, जाबाज पुलिस कर्मी, डॉक्टर, जिला प्रशासन सहित तमाम लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर सबकी सेवा कर रहे हैं. ऐसे में सभी का फर्ज सरकार द्वारा जारी एडवाजरी को मानना है.