काशीपुर: उधम सिंह नगर के काशीपुर में एक गरीब परिवार ने अपने नवजात बच्चे को प्राइवेट अस्पताल में छोड़ दिया था. बताया जा रहा है, कि बच्चे के परिजनों के पास पैसे नहीं थे, जिससे वो अस्पताल की फीस का भुगतान करने में असमर्थ थे. डॉ. अर्चना चौहान ने बताया कि उस परिवार की आर्थिक स्थिति देखते हुए फीस में कुछ राहत दी गई है. उस दंपति ने अपनी खुशी से जो पैसे दिए उसे खुशी से ले लिया गया और नवजात को उन्हें सुपुर्द कर दिया गया. इसके लिए दंपति ने डॉक्टर का शुक्रिया अदा भी किया.
दरअसल, ग्राम बैलजुड़ी निवासी मुस्ताक अहमद की पत्नी ने निजी अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया था. लेकिन डॉक्टरों ने दंपति से बच्चे हालत ठीक न होने की बात कहकर उसे किसी अन्य अस्पताल ले जाने को कहा. परिजन नवजात को मुरादाबाद रोड स्थित नव्या अस्पताल लेकर गए. लेकिन आर्थिक स्थिति ठीक न होने की वजह से दंपति उसे 6 जून को अस्पताल में ही छोड़कर चला गया, जिसके बाद अस्पताल का स्टॉफ बच्चे की देखरेख करता रहा. वहीं, डॉ. अर्चना चौहान ने बताया बच्चे के परिजनों को फोन किया गया, तो उन्होंने पैसे का इंतजाम कर बच्चे को ले जाने की बात कही. उधर, अस्पताल प्रशासन ने ग्राम प्रधान से संपर्क किया साथ ही बच्चे के परिजनों को साथ लाने को कहा.
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वहीं, बच्चे के परिजनों ने बताया कि बच्चे के इलाज का खर्च लगभग 31,000 रुपए आया था. उस समय उनके पास इतने पैसे नहीं थे, कि फीस भरकर बच्चे को अस्पताल से ले जा सकें. वहीं, अस्पताल की संचालिका डॉ. अर्चना चौहान के बुलाने पर वो अस्पताल पहुंचे और उन्हें पैसों का इंतजाम न होने की बात कही, जिस पर डॉक्टर ने उनसे पैसे न देकर बच्चे को ले जाने की बात कही. हालांकि, नवजात के परिजनों ने अपनी खुशी से उन्हें कुछ पैसे जरूर दिए है. उसके बाद डॉक्टर ने बच्चे को उन्हें सौंप दिया.