रुद्रपुर: शारदीय नवरात्रि आज से शुरू हो गई है. नवरात्रि के पहले दिन लक्ष्मी नारायण मंदिर और प्राचीन शिव मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. श्रद्धालुओं मां दुर्गा की पूजा-अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना कर रहे हैं. इसी बीच पूरा वातावरण भक्तिमय और मां के जयकारों से गूंज उठा.
पहले दिन मां शैलपुत्री की होती है पूजा: नवरात्रि के नौ दिनों में देवी के नौ रूपों की विशेष आराधना होती है. जिसमें पहले दिन मां दुर्गा की शैलपुत्री के रूप में पूजा की जाती है. कहा जाता है कि शैलपुत्री की विधि-विधान से पूजा करने पर सुख समृद्धि आती है. पहले दिन ॐ देवी शैलपुत्र्यै नमः मंत्र का 108 बार जाप करते हुए मां शैलपुत्री का आह्वान करें. मां शैलपुत्री हिमालय राज की पुत्री है, इसलिए मां को शैलपुत्री कहा जाता है. वहीं, सुबह-सुबह जो भक्त मां शैलपुत्री की आरती में शामिल होता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
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दुल्हन की तरह सजाए गए मंदिर: शारदीय नवरात्रि के चलते रुद्रपुर के लक्ष्मी नारायण मंदिर और प्राचीन शिव मंदिर को दुल्हन की तरह सजाया गया है. साथ ही मंदिर प्रबंधन द्वारा भक्तों के लिए अच्छी व्यवस्था की गई है, ताकि भक्तों को मां के दर्शन के दौरान परेशानियों का सामना ना करना पड़ें. इसके अलावा मंदिर में पूरे दिन आरती और भजन-कीर्तन का कार्यक्रम है. नवरात्रि में लोग नौ दिन का व्रत करके मां दुर्गा को प्रसन्न करते हैं.
लक्सर के मंदिरों में लगी भारी भीड़: लक्सर में शारदीय नवरात्रि के पहले दिन जगदंबा मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिली है. हर कोई मां के दर्शन की अभिलाषा लिए लंबी-लंबी लाइनों लगकर अपनी बारी का इंतजार कर रहा है. मां की पूजा-अर्चना कर अपने परिवार की सुख-समृद्धि और खुशहाली के लिए प्रार्थना कर रहा है.
बागेश्वर में निकाली गई कलश यात्रा: बागेश्वर में आज शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर भक्तों ने कलश यात्रा निकाली. इसी बीच मां चंडिका मंदिर, कालिका मंदिर और बागनाथ मंदिर में श्रद्वालुओं की भारी भीड़ देखने को मिली.
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