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जुलूस के दौरान पुलिस पर पथराव करने के मामले में कई नेताओं को जारी हुआ नोटिस - बारह वफात जुलूस रुद्रपुर

पुलिस पर पथराव करने पर 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था, जिसके बाद से मामला कोर्ट में चल रहा था. कोर्ट से समन जारी होने के बाद भी आरोपी अदालत नहीं पहुंचे. जिसके बाद कोर्ट ने कई लोगों को नोटिस जारी किया है.

जिल कोर्ट रुद्रपुर.
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Published : Sep 30, 2019, 5:56 PM IST

Updated : Sep 30, 2019, 7:19 PM IST

रुद्रपुर: 2010 में बारह वफात जुलूस को लेकर मचे बबाल पर अब कई नेताओं पर गाज गिर सकती है. जिला कोर्ट ने कई नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है. जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं. मामले में नौं साल पहले 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा

मामला साल 2010 का है. दरअसल, बारह वफात जुलूस को बाजार से निकालने को लेकर पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों की आपस में झड़प हो गई थी. जिसके बाद कई घंटों तक बाजार में अफरा तफरी का माहौल रहा था. इस दौरान भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था. इस दौरान पांच पुलिसकर्मियों के साथ ही कई लोग चोटिल हो गए थे.

पढे़ं- देहरादून और हरिद्वार रेलवे स्टेशन पर मिलेगी कुल्हड़ में चाय, जानिए क्या वजह

घटना के बाद मामले में कोतवाल एमएस नेगी द्वारा 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद से मामला कोर्ट में चल रहा था. अब मामले में लंबे समय से नदारत आरोपियों को नोटिस जारी कर दिया गया है.

इसमें बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ कई स्थानीय लोगों के भी नाम शामिल हैं. बीजेपी के वर्तमान जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, बीजेपी विधायक के भाई संजय ठुकराल, कांग्रेसी नेता हिमांशु गाबा, पूर्व मेयर के पति सुरेश कोली, व्यपारी नेता राजेश बंसल सहित कई लोगों को कोर्ट द्वारा नोटिस जारी किया गया है.

वहीं एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि मामला 2010 का है. इस दौरान बारह वफात जुलूस को लेकर बबाल हो गया था. जिसके बाद अब कोर्ट से आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

रुद्रपुर: 2010 में बारह वफात जुलूस को लेकर मचे बबाल पर अब कई नेताओं पर गाज गिर सकती है. जिला कोर्ट ने कई नेताओं के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया है. जिसमें कई बड़े नाम शामिल हैं. मामले में नौं साल पहले 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था.

एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा

मामला साल 2010 का है. दरअसल, बारह वफात जुलूस को बाजार से निकालने को लेकर पुलिस प्रशासन और स्थानीय लोगों की आपस में झड़प हो गई थी. जिसके बाद कई घंटों तक बाजार में अफरा तफरी का माहौल रहा था. इस दौरान भीड़ द्वारा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया गया. जिसके बाद पुलिसकर्मियों ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया था. इस दौरान पांच पुलिसकर्मियों के साथ ही कई लोग चोटिल हो गए थे.

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घटना के बाद मामले में कोतवाल एमएस नेगी द्वारा 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. जिसके बाद से मामला कोर्ट में चल रहा था. अब मामले में लंबे समय से नदारत आरोपियों को नोटिस जारी कर दिया गया है.

इसमें बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं के साथ-साथ कई स्थानीय लोगों के भी नाम शामिल हैं. बीजेपी के वर्तमान जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, बीजेपी विधायक के भाई संजय ठुकराल, कांग्रेसी नेता हिमांशु गाबा, पूर्व मेयर के पति सुरेश कोली, व्यपारी नेता राजेश बंसल सहित कई लोगों को कोर्ट द्वारा नोटिस जारी किया गया है.

वहीं एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि मामला 2010 का है. इस दौरान बारह वफात जुलूस को लेकर बबाल हो गया था. जिसके बाद अब कोर्ट से आरोपियों के खिलाफ नोटिस जारी हुए हैं. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश के अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

Intro:summry - 2010 में वारा वफात जुलूस को लेकर मचे बबाल में कई नेताओं को कोर्ट द्वारा नोटिस जारी किया है। कोर्ट के नोटिस जारी करते ही नेताओ में हडकंम्प मचा है। 2010 में कोतवाली में 34 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।

एंकर - वारा वफात जुलूस को बाजार क्षेत्र से निकालने के मामले में वर्ष 2010 में पुलिस प्रशासन व स्थानीय लोग आपस में भीड़ गए थे जिसके बाद कई घंटों तक बाजार में अफरा तफरी का माहौल हो गया था इस दौरान भीड़ ने पुलिसकर्मियों पर पथराव कर दिया था जिसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा था इस दौरान पांच पुलिसकर्मी के साथ-साथ कई लोग चोटिल हो गए थे मामले में कोतवाल एमएस नेगी द्वारा 34 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके बाद से मामला कोर्ट में चल रहा था। अब मामले में लम्बे समय से नदारत आरोपियो को नोटिस जारी किया है। जिसके बाद से ही नेताओ में हडकंम्प मचा हुआ है।


Body:वीओ - 27 जनवरी 2010 में रुद्रपुर कोतवाली के बाजार चौकी में क्षेत्र में वारावफात जुलूस को निकालने को लेकर हिंदू समुदाय के लोग ओर पुलिस कर्मचारी आमने सामने आ गए थे। इस दौरान जमकर बवाल भी हुआ था जिसमें 5 पुलिसकर्मियों सहित कई लोग चोटिल भी हुए थे जिसके बाद तत्कालीन कोतवाल एम एस नेगी द्वारा दो दर्जन से अधिक लोगो पर रुद्रपुर कोतवाली में आईपीसी की विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमे बीजेपी और कांग्रेसी नेताओं के साथ साथ कई लोगो के नाम शामिल थे। बीजेपी के वर्तमान जिलाध्यक्ष शिव अरोरा, बीजेपी विधायक के भाई संजय ठुकराल, कांग्रेसी नेता हिमांशु गाबा ओर पूर्व मेयर के पति सुरेश कोली, व्यपारी नेता राजेश बंसल सहित 34 लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। जिसके बाद मामला कोर्ट में चल रहा था। अब कोर्ट से सम्मन जारी होने के बाद भी आरोपी अदालत में नही पहुच रहे थे। जिसके बाद कोर्ट ने कई लोगो को नोटिस जारी किया है। कोर्ट से नोटिस जारी होने के बाद नेताओ में हडकंम्प मचा हुआ है।
वही एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा ने बताया कि मामला 2010 का है वारावफात जुलूस को लेकर बबाल हो गया था। अब कोर्ट से आरोपियो के खिलाफ नोटिस जारी हुए है। कोर्ट के आदेश के अनुसार अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

बाइट - देवेंद्र पिंचा, एसपी सिटी।


Conclusion:
Last Updated : Sep 30, 2019, 7:19 PM IST
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