रुद्रपुर: चरस तस्करी के मामले में फरार चल रहे उत्तराखंड पुलिस के सिपाही ने शनिवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया. कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. उत्तराखंड पुलिस पिछले 48 दिनों से उसकी तलाश कर रही थे, लेकिन वो पुलिस के हाथ नहीं आया.
जानकारी के मुताबिक बीती 12 जून को किच्छा पुलिस ने लालपुर के पास चार लोगों को भारी मात्रा में चरस के साथ गिरफ्तार किया था. पकड़े गए आरोपियों में से दो तो चंपावत पुलिस लाइन में सिपाही के पद पर तैनात थे, जबकि दो दिल्ली में एमआर का काम करते थे.
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पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह चरस की खेप चंपवात जिले में तैनात सिपाही प्रदीप फर्त्याल के लेकर आ रहे थे. मामले की जांच की गई तो आरोप सही पाए गए. हालांकि पुलिस प्रदीप फर्त्याल को गिरफ्तार करती, उससे पहले ही वो फरार हो गया था. तभी से उधमसिंह नगर और चंपावत पुलिस उसकी तलाश कर रही थी.
48 दिन भी पुलिस प्रदीप फर्त्याल को गिरफ्तार नहीं कर पाई थी. प्रदीप फर्त्याल की तलाश में जगह-जगह दबिश भी दी जा रही थी. इस बीच प्रदीप फर्त्याल ने कोर्ट ने जमानत अर्जी भी लगाई थी, लेकिन कोर्ट ने उसे खारिज कर दिया था. एसएसपी डीएस कुंवर ने बताया कि शनिवार को आरोपी सिपाही ने कोर्ट में आत्मसमपर्ण कर दिया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया. कोर्ट से परमिशन लेकर जल्द ही टीम को हल्द्वानी जेल भेजा जाएगा, जहा पर आरोपी सिपाही के बयान दर्ज किए जाएंगे.