खटीमाः घर से गायब हुए क्षेत्र पंचायत सदस्यों को नोटिस दिए जाने से नाराज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एसडीएम का घेराव किया. इस दौरान उन्होंने प्रशासन पर सत्ता पक्ष के दबाव में काम करने का आरोप लगाया है. साथ ही पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि रात 2 बजे क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घर जाकर नोटिस दिया जा रहा है. जो नियम विरुद्ध है.
बता दें कि हाईकोर्ट ने ब्लॉक प्रमुख चुनाव में क्षेत्र पंचायत सदस्यों की खरीद फरोख्त की शिकायत मिलने पर तत्काल एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच करने के निर्देश दिए थे, लेकिन कई जगहों पर सदस्यों के गायब होने के मामले सामने आए हैं. जिसके बाद पुलिस और प्रशासन की टीम क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घरों का वेरिफिकेशन कर रही है.
ये भी पढे़ंः काशीपुर: डेंगू मरीजों को नहीं मिल रही सुविधा, भटकने को मजबूर
खटीमा ब्लॉक में प्रशासन की टीम ने कार्रवाई करते हुए घरों से गायब 14 नवनिर्वाचित क्षेत्र पंचायत सदस्यों को नोटिस दिए हैं. जिसके विरोध में शनिवार को पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष भुवन कापड़ी के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ता तहसील परिसर पहुंचे. जहां पर उन्होंने प्रशासन की कार्रवाई पर अपना विरोध दर्ज कराया. साथ ही पुलिस की ओर से रात 2 बजे नोटिस दिए जाने के मामले को नियम विरुद्ध बताया है.
वहीं, एसडीएम निर्मला बिष्ट का कहना है कि प्रशासन को कुछ बीडीसी मेंबरों को बंधक बनाए जाने की सूचना मिली थी. जिस पर बीते शाम प्रशासन और सीओ की टीम ने बीडीसी मेंबर को नोटिस जारी कर उन्हें अपने आवास व एआरओ कार्यालय में उपस्थित होने के आदेश जारी किए थे. जिससे क्षेत्र पंचायत सदस्यों की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके. वहीं, 2 बजे रात को नोटिस दिए जाने के आरोप पर कहा कि इस पर कोई शिकायत नहीं मिली है.