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बाजपुर भूमि विवाद: कांग्रेस ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया

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Published : Aug 9, 2020, 4:31 PM IST

कांग्रेस के स्थानीय नेताओं ने इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया है. कांग्रेस पिछले काफी समय से इस मालमे को लेकर सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रही है.

बाजपुर
बाजपुर

बाजपुर: 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि प्रकरण के मामले में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. रविवार को कांग्रेस ने स्थानीय किसानों के साथ मिलकर सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया गया. हवन में 20 गांव की मिट्टी भी लाई गई थी. इस मामले में पिछले काफी समय से कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है.

बुद्धि-शुद्धि के लिए किया हवन.

बता दें कि पूर्व जिलाधिकारी नीरज खैरवाल ने बाजपुर क्षेत्र में 20 गांव की करीब 5838 एकड़ भूमि की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी थी. काफी समय से कांग्रेस के नेता और स्थानीय ग्रामीण जमीन की खरीद-फरोख्त पर लगी रोक को हटाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, 30 जुलाई को एक कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बाजपुर आए तो उन्होंने लोगों का आश्वसान दिया था कि 15 अगस्त से पहले इस मसले का हल निकाल दिया जाएगा.

पढ़ें- पहाड़ के लिए वरदान ऑर्गेनिक सेब, युवा काश्तकारों को मिल रही मनचाही कीमत

सीएम के दौरे के बाद कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य भी बाजपुर आए थे, जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा. पत्रकारों के सवालों का गोलमोल जवाब देते हुए सिर्फ इतना कहा कि एक माह के अंदर समस्या का हल निकाल दिया जाएगा. जिसके बाद प्रदर्शनकारी भड़क गए और उन्होंने रविवार को सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया.

बाजपुर: 20 गांव की 5838 एकड़ भूमि प्रकरण के मामले में सरकार को घेरने के लिए कांग्रेस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. रविवार को कांग्रेस ने स्थानीय किसानों के साथ मिलकर सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया गया. हवन में 20 गांव की मिट्टी भी लाई गई थी. इस मामले में पिछले काफी समय से कांग्रेस विरोध प्रदर्शन कर रही है.

बुद्धि-शुद्धि के लिए किया हवन.

बता दें कि पूर्व जिलाधिकारी नीरज खैरवाल ने बाजपुर क्षेत्र में 20 गांव की करीब 5838 एकड़ भूमि की खरीद-फरोख्त पर रोक लगा दी थी. काफी समय से कांग्रेस के नेता और स्थानीय ग्रामीण जमीन की खरीद-फरोख्त पर लगी रोक को हटाने की मांग कर रहे हैं. हालांकि, 30 जुलाई को एक कार्यक्रम में जब मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बाजपुर आए तो उन्होंने लोगों का आश्वसान दिया था कि 15 अगस्त से पहले इस मसले का हल निकाल दिया जाएगा.

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सीएम के दौरे के बाद कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य भी बाजपुर आए थे, जब उनसे इस बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने स्पष्ट तौर पर कुछ नहीं कहा. पत्रकारों के सवालों का गोलमोल जवाब देते हुए सिर्फ इतना कहा कि एक माह के अंदर समस्या का हल निकाल दिया जाएगा. जिसके बाद प्रदर्शनकारी भड़क गए और उन्होंने रविवार को सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन किया.

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