काशीपुर: कुमाऊं का सुप्रसिद्ध चैती मेला अपने शबाब पर है. जहां एक ओर स्थानीय हस्तशिल्प लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे हैं. वहीं, पहाड़ी उत्पाद भी लोगों को खूब पसंद आ रहे है. जिसके चलते लोग इन उत्पादों की जमकर खरीददारी कर रहे हैं. ऐसे में इस मेले में स्टॉल लगाने वाले व्यवसायियों के चेहरे खिले हुए हैं.
बता दें कि काशीपुर में चल रहे चैती मेले में इन दिनों पड़ोसी राज्य उत्तर- प्रदेश के साथ ही दिल्ली, राजस्थान और पंजाब के खाद्य पदार्थों की दुकानें लगी हुई हैं. इस साथ ही मेले में हथकरघा उद्योग की प्रदर्शनी के साथ ही पर्वतीय खाद्य उत्पादों की भी दुकानें लगी है. जिसमें काफी वैरायटी मिल रही है. ऐसे में पहाड़ी दालों से लेकर स्थानीय मसाले और जूस लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित कर रहे है. कुमाऊं मंडल से आई देवकी देवी बताती है कि उनका परिवार मेले में पिछले 25 वर्षों से दुकान लगा रहा है.
पिथौरागढ़ से व्यवसाय के लिए आई देवकी देवी की दुकान में सोयाबीन से बनी नमकीन, चिप्स, भुजिया लोगों को काफी पसंद आ रही है. कुमाऊं नमकीन में मंडुआ स्टिक, मंडुआ चिप्स, मंडुआ भुजिया, मंडुवा, सोया प्लेन, सोया स्पाइसी, सोया स्टिक, मेथी सेव, सोया चिप्स, गहथ स्पाइसी, काले भट्ट की नमकीन, खट्टा- मीठा, नवरत्न वैरायटी उपलब्ध है.
जबकि, पौड़ी गढ़वाल के द्वारीखाल से आए विजय के प्रतिष्ठान में बुरांश का जूस, लीची का जूस, पहाड़ी चावल, दालें, राजमा, लोबिया जैसे अन्य पर्वतीय खाद्य पदार्थ उपलब्ध हैं, जो मेले में आए लोगों को काफी भा रहे हैं. चैती मेले में घूमने आने वाले आसपास तथा दूर- दराज के लोग इन पर्वतीय खाद्य पदार्थों को काफी पसंद कर रहे हैं.