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राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत

राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत हो गई. उनकी आकस्मिक मौत पर राज्य आंदोलनकारियों ने शोक व्यक्त किया है.

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Published : Nov 11, 2019, 3:34 PM IST

Updated : Nov 11, 2019, 3:58 PM IST

राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे

हरिद्वार: राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे का रविवार देर रात सड़क हादसे में निधन हो गया. जेपी पांडे के आकस्मिक निधन से राज्य में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित प्रदेशभर के राज्य आंदोलनकारियों ने जेपी पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उत्तराखंड राज्य बनने में जेपी पांडे ने अहम भूमिका निभाई थी.

पढ़ेंः देवभूमि का शहीद जवान भीम बहादुर पुन पंचतत्व में विलीन, सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

मिली जानकारी के अनुसार, जेपी पांडे रविवार देर रात शादी समारोह में शामिल होने अपनी स्कूटी से जा रहे थे, उनकी स्कूटी को जटवाड़ा पुल के पास एक कार ने टक्कर मार दी. हादसे में जेपी पांडे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.

पढ़ेंः डोइवालाः अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरा लोडर, चालक को बमुश्किल किया रेस्क्यू

राज्य गठन के बाद जेपी पांडे द्वारा आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी गई, जो अभी भी जारी थी. हर रोज वे आंदोलनकारियों के किसी न किसी मुद्दे को लेकर धरना-प्रदर्शन करते रहते थे. जेपी पांडे हरिद्वार से देहरादून तक कई आंदोलन कर चुके हैं. जेपी पांडे द्वारा कई आंदोलन किए गए और उसमें उनको सफलता भी मिली. मगर उनकी सबसे बड़ी मांग राजधानी गैरसैंण बनाए जाना अभी भी अधूरी है.

राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत

सितारगंज में आंदोलनकारियों ने जताया शोक
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत पर सितारगंज में आंदोलनकारियों ने शोक व्यक्त किया. जेपी पांडे की मौत की खबर सितारगंज में राज्य आंदोलनकारी नगर के रामलीला ग्राउंड में एकत्र हुए. यहां जेपी पांडे की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जेपी पांडे ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. उनके प्रयासों को जनता हमेशा याद रखेगी.

हरिद्वार: राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे का रविवार देर रात सड़क हादसे में निधन हो गया. जेपी पांडे के आकस्मिक निधन से राज्य में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित प्रदेशभर के राज्य आंदोलनकारियों ने जेपी पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उत्तराखंड राज्य बनने में जेपी पांडे ने अहम भूमिका निभाई थी.

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मिली जानकारी के अनुसार, जेपी पांडे रविवार देर रात शादी समारोह में शामिल होने अपनी स्कूटी से जा रहे थे, उनकी स्कूटी को जटवाड़ा पुल के पास एक कार ने टक्कर मार दी. हादसे में जेपी पांडे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.

पढ़ेंः डोइवालाः अनियंत्रित होकर गड्ढे में गिरा लोडर, चालक को बमुश्किल किया रेस्क्यू

राज्य गठन के बाद जेपी पांडे द्वारा आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी गई, जो अभी भी जारी थी. हर रोज वे आंदोलनकारियों के किसी न किसी मुद्दे को लेकर धरना-प्रदर्शन करते रहते थे. जेपी पांडे हरिद्वार से देहरादून तक कई आंदोलन कर चुके हैं. जेपी पांडे द्वारा कई आंदोलन किए गए और उसमें उनको सफलता भी मिली. मगर उनकी सबसे बड़ी मांग राजधानी गैरसैंण बनाए जाना अभी भी अधूरी है.

राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत

सितारगंज में आंदोलनकारियों ने जताया शोक
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत पर सितारगंज में आंदोलनकारियों ने शोक व्यक्त किया. जेपी पांडे की मौत की खबर सितारगंज में राज्य आंदोलनकारी नगर के रामलीला ग्राउंड में एकत्र हुए. यहां जेपी पांडे की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जेपी पांडे ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. उनके प्रयासों को जनता हमेशा याद रखेगी.

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राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे का कल देर रात सड़क हादसे में निधन हो गया जेपी पांडे के आकस्मिक निधन से राज्य में शोक की लहर है मुख्यमंत्री सहित राज्य आंदोलनकारियों ने जेपी पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है उत्तराखंड राज्य बनने में जेपी पांडे द्वारा अहम भूमिका निभाई गई थी कई आंदोलनों में जेपी पांडे ने बढ़ चढ़कर हिसा लिया था उत्तराखंड बनने के बाद जेपी पांडे आंदोलनकारियों की मांगों को लेकर लगातार संघर्ष करते रहे मगर आज सभी आंदोलनकारी जे पी पांडे के चले जाने के बाद अपने आप को अनाथ महसूस कर रहे


Body:जेपी पांडे कल देर रात शादी समारोह में शामिल होने अपनी स्कूटी से जा रहे थे उनकी स्कूटी को जटवाड़ा पुल के पास एक कार ने टक्कर मार दी टक्कर लगने से जेपी पांडे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई जेपी पांडे की शादी स्कूटी पर रश्मि चमोली और उनकी बेटी भी मौजूद थी जिन्हें हल्की चोटें आई जेपी पांडे राज्य आंदोलनकारियों की मजबूत आवाज रहे हैं जेपी पांडे भेज जुझारू प्रगति के नेता थे इनके द्वारा ही हरिद्वार को उत्तराखंड में मिलाने की मांग को लेकर कई साल तक धरना भी किया था जिसके बाद उत्तराखंड बनने पर हरिद्वार को भी उत्तराखंड में शामिल किया गया था

राज्य गठन के बाद जे पी पांडे द्वारा आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी गई जो अभी भी जारी थी हर रोज वह आंदोलनकारियों की किसी न किसी मुद्दे को लेकर धरना प्रदर्शन करते रहते थे और आंदोलनकारियों की मांगों को शासन और प्रशासन तक पहुंचाते थे आज उनके चले जाने के बाद सभी आंदोलनकारी अपने आप को अनाथ महसूस कर रहे हैं क्योंकि आंदोलनकारियों की आवाज को प्रमुखता से उठाने के लिए जेपी पांडे हरिद्वार से देहरादून तक कई आंदोलन कर चुके हैं और उनके आंदोलन के बाद सरकारों ने भी आंदोलनकारियों की मांगों को मांगना है


Conclusion:जेपी पांडे द्वारा कई आंदोलन किए गए और उसमें उनको सफलता भी मिली मगर उनकी सबसे बड़ी एक मांग थी जिसको वह अधूरा ही छोड़ गए उत्तराखंड बनने से पहले और बनने के बाद आंदोलनकारियों की सबसे बड़ी मांग थी स्थाई राजधानी गैरसैंण को बनाया जाए मगर आज तक स्थाई राजधानी गैरसैंण नहीं बन पाई इसको लेकर जेपी पांडे द्वारा कई आंदोलन किए गए और वह अब आने वाले समय में गैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए बड़ा आंदोलन चलाने की तैयारी कर रहे थे मगर आकस्मिक निधन के बाद उनकी यह ख्वाहिश पूरी नहीं हो सकी
Last Updated : Nov 11, 2019, 3:58 PM IST
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