हरिद्वार: राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष और वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी जेपी पांडे का रविवार देर रात सड़क हादसे में निधन हो गया. जेपी पांडे के आकस्मिक निधन से राज्य में शोक की लहर है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सहित प्रदेशभर के राज्य आंदोलनकारियों ने जेपी पांडे के निधन पर शोक व्यक्त किया है. उत्तराखंड राज्य बनने में जेपी पांडे ने अहम भूमिका निभाई थी.
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मिली जानकारी के अनुसार, जेपी पांडे रविवार देर रात शादी समारोह में शामिल होने अपनी स्कूटी से जा रहे थे, उनकी स्कूटी को जटवाड़ा पुल के पास एक कार ने टक्कर मार दी. हादसे में जेपी पांडे गंभीर रूप से घायल हो गए और उनकी इलाज के दौरान मौत हो गई.
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राज्य गठन के बाद जेपी पांडे द्वारा आंदोलनकारियों को चिन्हित आंदोलनकारी बनाने की लड़ाई बड़ी गंभीरता से लड़ी गई, जो अभी भी जारी थी. हर रोज वे आंदोलनकारियों के किसी न किसी मुद्दे को लेकर धरना-प्रदर्शन करते रहते थे. जेपी पांडे हरिद्वार से देहरादून तक कई आंदोलन कर चुके हैं. जेपी पांडे द्वारा कई आंदोलन किए गए और उसमें उनको सफलता भी मिली. मगर उनकी सबसे बड़ी मांग राजधानी गैरसैंण बनाए जाना अभी भी अधूरी है.
सितारगंज में आंदोलनकारियों ने जताया शोक
उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी समिति के केंद्रीय अध्यक्ष जेपी पांडे की सड़क हादसे में मौत पर सितारगंज में आंदोलनकारियों ने शोक व्यक्त किया. जेपी पांडे की मौत की खबर सितारगंज में राज्य आंदोलनकारी नगर के रामलीला ग्राउंड में एकत्र हुए. यहां जेपी पांडे की याद में दो मिनट का मौन भी रखा गया. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि जेपी पांडे ने उत्तराखंड राज्य आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया था. उनके प्रयासों को जनता हमेशा याद रखेगी.