रुद्रपुर: फैक्ट्री के सीवर टैंक की सफाई के दौरान मजदूरों की हालत (Workers health deteriorated in Rudrapur factory) बिगड़ने के मामले में थाना पंतनगर में फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज (Case filed against factory management) कर लिया गया है. मजदूरों की शिकायत के बाद ये मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस ने मुकदमा दर्ज होने के बाद अब मामले की विवेचना शुरू कर दी है. गौरतलब है की रविवार को टैंक की सफाई के दौरान 6 मजदूरों की तबीयत बिगड़ गई थी. जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था.
11 सितंबर को पंतनगर सिडकुल की एक फैक्ट्री में सीवर टैंक की सफाई के दौरान कुछ श्रमिकों के बेहोश हो जाने के मामले में श्रमिकों ने फैक्ट्री प्रबंधन के खिलाफ पंतनगर थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. जिसमें सचिन निवासी ग्राम गुडगावा तहसील नवाबगंज जिला बरेली ने कहा है कि 11 सितम्बर को वह अपने साथियों रमेश निवासी किशनपुर जिला बरेली व सुरेश निवासी ग्राम भवरकी तहसील मिलक जिला रामपुर हाल निवासी वार्ड 19 खेड़ा काम की तलाश में लेबर चौक सिडकुल में खड़े थे. तभी प्रकाश नाम का ठेकेदार वहां आया. जिसने बताया कि सिडकुल की एमएमटी कम्पनी में काम होना है.
ठेकेदार साथियों को कंपनी के अंदर ले गया. कंपनी के प्रबंधकों से मिलाया. कंपनी के प्रबंधकों ने कंपनी के अंदर बने अंडर ग्राउंड गंदे पानी के सीवर टैंक के पास ले जाकर कहा कि इस टैंक की सफाई करनी है. सीवर टैंक ज्यादा गहरा नहीं है. टैंक के अंदर तीनों लोग जाओ और टैंक की सफाई करो. सचिन का कहना है हम लोगों ने देखा कि सीवर टैंक में काफी गंदा पानी भरा था. सीवर टैंक से काफी बदबू आ रही थी. जिसके बाद कंपनी प्रबंधकों ने बिना मास्क व सुरक्षा उपकरणों के हम तीनों को जबरदस्ती गंदे पानी के सीवर टैंक में भेज दिया.
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सीवर टैंक साफ करने अंदर घुसे तो अंदर से गैस की बदबू आ रही थी. हमने कंपनी प्रबंधकों से कहा कि सीवर टैंक से गैस की बड़ी बदबू आ रही है, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधक ने उनकी बातों को नजर अंदाज किया. जिसके बाद वह टैंक में ही बेहोश हो कर गिर गए. जब उन्हें होश आया तो वह अस्पताल में थे. उन्होंने बताया कि उनके एक साथी सुरेश की स्थिति गंभीर बनी हुई है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.