खटीमा: आपदा की स्थिति में सबसे पहले मदद के लिए तैयार रहने वाला अग्निशमन विभाग खुद ही जर्जर स्थिति में है. खटीमा का अग्निशमन विभाग अंग्रेजों के जमाने के जर्जर हो चुके भवन से संचालित हो रहा है. जोकि कभी भी ढह सकता है. वहीं, डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि अग्निशमन विभाग के लिए चयनित भूमि का आवंटन हो जाएगा.
बता दें कि खटीमा का अग्निशमन विभाग लगभग 90 साल पुराने अंग्रेजों के जमाने के भवन से संचालित हो रहा है. जहां न तो कर्मचारियों के लिए सुरक्षित स्थान है और न ही उपकरणों को रखने के लिए उचित व्यवस्था. ऐसे में विभाग के कर्मचारी खुद ही संकट में हैं तो वे नगर के लोगों की मदद कैसे कर पाएंगे.
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वहीं, अग्निशमन विभाग की स्थिति की जानकारी आला अधिकारियों को भी है. अग्निशमन विभाग के नए भवन के लिए भूमि तो कई साल पहले ही पुरानी तहसील परिसर में आवंटित कर दी गई थी. लेकिन कई साल बीतने के बाद भी फायर ब्रिगेड के लिए आवंटित भूमि विभाग को सुपुर्द नहीं हो सकी है. ऐसे में विभाग के कर्मचारी अपनी जान जोखिम में डालकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं.
वहीं, डीआईजी जगतराम जोशी का कहना है कि अग्निशमन विभाग के लिए जिस भूमि का चयन किया गया था उसका आवंटन हो जाएगा.