रुद्रपुर: अशोक लीलैंड के सैकड़ों कर्मचारियों ने स्थायी रोजगार देने की मांग को लेकर शुक्रवार को फैक्ट्री के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भारी पुलिस फोर्स सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. कांग्रेस नेताओं ने भी धरने को अपना समर्थन दिया.
फैक्ट्री घेराव के दौरान पुलिस और कर्मचारियों के बीच तनावपूर्ण स्थिति भी बनी. हालांकि, बाद में अधिकारियों के बीचबचाव करने के बाद प्रदर्शनकारियों को धरना स्थल पर भेजा गया. इस दौरान कर्मचारियों का कहना है कि आशीर्वाद योजना के तहत फैक्ट्री प्रबंधक द्वारा 4 साल का डिप्लोमा कर स्थायी रोजगार देने का आश्वाशन दिया गया था, लेकिन फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से डिप्लोमा 6 साल में पूरा करते हुए उन्हें फैक्ट्री से निकाला जा रहा है.
150 से ज्यादा कर्मचारियों को दिखाया बाहर का रास्ता
बता दें, पहले बैच में 150 से अधिक कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है, जबकि फैक्ट्री में 700 कर्मचारी अभी भी आशीर्वाद योजना के तहत काम कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि अगर उन्हें स्थायी रोजगार का नहीं मिलता तो वह आंदोलन और तेज करेंगे.
युवाओं को पकड़ाया फर्जी डिप्लोमा- सुमित हृदयेश
एआईसीसी सदस्य सुमित हृदयेश का कहना है कि साल 2010 से ही अशोक लीलैंड ने युवाओं को रोजगार देने का सपना दिखाकर चन्द रुपयों में मजदूर की जैसे काम लिया गया, लेकिन अब उन्हें रोजगार देने से इनकार किया जा रहा है. सैकड़ों युवाओं को डिप्लोमा के नाम पर जो कागज पकड़ाया गया, उसे सरकारी विभाग तो छोड़िए बल्कि सिडकुल की अन्य कंपनियां भी अप्रमाणित मान रहीं हैं.