रुद्रपुर: उधम सिंह नगर जिले में कृषि विभाग किसानों को ऑफ सीजन में धान की जगह मक्के की फसल उगाने की सलाह दे रहा है. इस साल कृषि विभाग जिले में 5000 एकड़ भूमि में मक्के की फसल उगाने की तैयारी में जुट गया है, जिससे किसानों की आय को बढ़ाया जा सकेगा. 2017 में कृषि विभाग द्वारा 50 एकड़ जमीन पर मक्के की फसल उगाकर इसकी शुरुआत की गई थी.
किसानों की आय को दोगुनी करने और गर्मी के मौसम में पानी की कमी होने के चलते अब कृषि विभाग किसानों को ऑफ सीजन में धान की फसल की जगह मक्के की खेती करने की सलाह दे रहा है. उधम सिंह नगर जिले में कृषि अधिकारियों ने इसकी रूपरेखा तैयार भी कर ली है. फरवरी के महीने में बोई जाने वाली मक्के की फसल को लेकर कृषि विभाग आश्वस्त दिखाई दे रहा है.
कृषि विभाग के अनुसार, इस बार मक्के की फसल की बुआई को लेकर किसानों में उत्साह देखने को मिल रहा है. पिछले दो सालों में कई किसानों ने ऑफ सीजन धान की फसल छोड़कर मक्के की फसल का उत्पादन किया. साल 2017 में इसे जिले में 50 एकड़ से शुरू किया गया था. वहीं, साल 2019 में ये बढ़कर 18 सौ एकड़ पहुंच गया. इस बार संभावना जताई जा रही है कि जिले में लगभग 5 हजार एकड़ से अधिक भूमि पर मक्के की फसल का उत्पादन किया जाएगा. मक्के की फसल से खेत की गुणवत्ता, कीट पतंगों से निजात और फसल के अच्छे दाम किसानों को मिल सकते हैं.
ये भी पढ़ें: चमोली: बर्फबारी के बाद खुशनुमा हुआ मौसम, बर्फ से ढके 146 गांव
वहीं, जिला कृषि अधिकारी अभय सक्सेना ने बताया कि गर्मियों में पानी की किल्लत को देखते हुए और किसानों की आय को दोगुना करने के लिए किसानों को ऑफ सीजन धान की जगह मक्के की खेती करने के लिए जागरुक किया जा रहा है. जहां किसान धान की फसल में 14 सौ रुपये क्विंटल बिक्री करता है. वहीं, मक्के की फसल को 17 सौ से लेकर साढ़े 18 सौ रुपये क्विंटल में आसानी से बेच जा सकता है.