रुद्रपुर: उधमसिंह नगर जिला मुख्यालय रुद्रपुर में शुक्रवार 10 मार्च को रुद्रपुर नगर निगम ने अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई की. जब निगम की टीम हाईवे के किनारे अतिक्रमण को ध्वस्त करने पहुंची तो लोगों ने उनका विरोध किया. मामला बढ़ा तो रुद्रपुर मेयर रामपाल सिंह ने टीम को वापस बुला लिया. हालांकि तब तो निगम की टीम वापस लौट गई, लेकिन बाद में एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की टीम ने नेशनल हाईवे के किनारे के अतिक्रमण को ध्वस्त किया.
दरअसल, रुद्रपुर में नेशनल हाईवे के दोनों तरफ लोगों ने अतिक्रमण किया हुआ है. इस अतिक्रमण की वजह से कई बार लोगों को गाड़ी खड़ी करने की जगह भी नहीं मिलती है. लोग मजबूरी में गाड़ी सड़कों पर ही पार्क कर देते हैं. इसी वजह से रुद्रपुर शहर में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है. इस जाम से हर आदमी को दो चार होना पड़ता है. वहीं, नैनीताल जिले के रामनगर में होने वाली जी 20 की प्रस्तावित बैठक को देखते हुए भी ये अतिक्रमण हटाना जरूरी था.
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इन सब जरूरतों को देखते हुए शुक्रवार दस मार्च को रुद्रपुर नगर निगम अपने पूरे लाव लश्कर के साथ अतिक्रमण हटाने पहुंचा, तो वहां हंगामा खड़ा हो गया. लोगों का कहना है कि प्रशासन और रुद्रपुर नगर निगम के अधिकारी उन्हें बेवजह परेशान कर रहे हैं. व्यापारियों ने ज्यादा हंगामा किया तो रुद्रपुर नगर निगम की टीम बिना कार्रवाई करे वापस लौट गई. हालांकि कुछ दी देर पर प्रशासन और एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) की टीम दोबारा से मौके पर पहुंची और हाईवे के किनारे हो रखे अतिक्रणम को ध्वस्त किया.
प्रशासन ने बताया कि एनएच 87 के चौड़ीकरण और जी20 की बैठक को लेकर सड़क किनारे अवैध रूप से काबिज लोगों को जगह खाली करने के नोटिस जारी किए गए थे. लेकिन नोटिस के बाद भी व्यापारी हटने को तैयार नहीं हो रहे थे. आज एनएचआई ने प्रशासन और पुलिस के सहयोग से ध्वस्तीकरण का अभियान चलाया. हालाकि टीम को रुद्रपुर मेयर रामपाल सिंह के विरोध का सामना भी करना पड़ा. उन्होंने कहा कि वह हर बैठक में प्रशासन से अतिक्रमण हटाने से पूर्व स्थान चयनित कर दूसरी जगह देने की मांग करते हैं. इसके लिए उन्होंने जिलाधिकारी से वार्ता की है.