काशीपुर: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 से पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रदेश में नए जिले बनाने का जो दांव चला है, उसने बीजेपी और कांग्रेस की बेचैनी बढ़ा दी. आप के संजोयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने काशीपुर समेत छह शहरों को जिला बनाने की घोषणा की. इसी को लेकर शनिवार को काशीपुर में आप चुनाव कैंपेन कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बाली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की.
दीपक बाली ने कहा कि बीते 14 दिसंबर को आप के संजोयक और दिल्ली के मुख्यमंत्री ने काशीपुर में घोषणा की थी कि प्रदेश में आप की सरकार बनने के बाद एक महीन के अंदर काशीपुर समेत 6 नए जिले बनाए जाएंगे. बीजेपी और कांग्रेस बारी-बारी से सत्ता में आए, लेकिन आज तक काशीपुर को जिला नहीं बनाया. लेकिन आप की इस घोषणा से बीजेपी और कांग्रेस में खलबली मच गई है. अब दोनों ही पार्टियों के नेताओं के पेट में दर्द होने लगा है.
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उन्होंने कहा कि इससे भी अधिक शर्म की बात और क्या होग, बीजेपी सिर्फ जिले के मुद्दे पर चुनाव जीतती थी, लेकिन हर बार बीजेपी ने काशीपुर की जनता को निराश किया है. देश के मौजूदा रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह जब खुद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में साल 2007 में काशीपुर आए थे, तब उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान काशीपुर को जिला बनाने की घोषणा की थी. यहां से बीजेपी प्रत्याशी चुनाव भी जीता था, बावजूद इसके काशीपुर को जिला घोषित नहीं किया.
उन्होंने कहा कि काशीपुर ऐसा शहर है जो जिला बनाए जाने के सभी मानक पूरे करता है. काशीपुर की भौगौलिक परिस्थितियों को देखते हुए इसे जिला बनाया जाना चाहिए. हालांकि जैसे ही केजरीवाल ने काशीपुर को जिला बनाने की घोषणा की, तभी से बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई. आप इन दलों से पूछना चाहता है कि उनको नए जिले बनाने से क्या दिक्कत है? शायद वे नहीं चाहते ही यहां का विकास और लोगों की परेशानियां कम हो.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी को प्रदेश भर में अरविंद केजरीवाल की घोषणाओं से तकलीफ हो रही है. वह इसलिए क्योंकि आम आदमी पार्टी ने उनके हाथ से पिछले 21 सालों से राज्य की जनता को छलने के लिए चलाए जा रहे मुद्दे को छीन लिया है.