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विवादित ढांचा विध्वंस की 27वीं बरसी, हिंदूवादी संगठनों ने दीप जलाकर मनाया शौर्य दिवस

शौर्य दिवस के दिन हिंदूवादी संगठनों ने काशीपुर में दीप प्रज्वलित कर अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए लड़ने वाले और अपनी जान गवानें वाले लोगों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.

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विवादित ढांचा विध्वंस की 27वीं बरसी
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Published : Dec 6, 2019, 11:39 PM IST

काशीपुर: 27 साल पहले आज ही के दिन अयोध्या में विवादित ढांचे को गिरा दिया गया था. विवादित ढांचा गिराने की बरसी के मौके पर काशीपुर में हिंदूवादी संगठनों ने दीप प्रज्ज्वलित कर अपनी खुशी का इजहार किया. इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों ने राम मंदिर के लिए गये फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया.

विवादित ढांचा विध्वंस की 27वीं बरसी

अयोध्या में विवादित ढांचे के गिराये जाने की बरसी के मौके पर काशीपुर के महाराणा प्रताप चौक पर देर शाम हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जमा हुए. इस दौरान धाम यात्रा महासंघ के पदाधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि अयोध्या में प्राचीन काल में भगवान राम का जन्म स्थान रहा है. मुगल शासक अकबर के ने उनके मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद का निर्माण मंदिर करवाया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला देकर इसे सिद्द किया है.

पढ़ें-श्राइन बोर्ड बनने के बाद चारधाम यात्रा होगी और आसान, होंगे कई फायदे

6 दिसंबर साल 1992 को हिंदूवादी संगठनों के द्वारा बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिराए जाने के बाद प्रतिवर्ष इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. शौर्य दिवस के दिन हिंदूवादी संगठनों ने काशीपुर में दीप प्रज्वलित कर अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए लड़ने वाले और अपनी जान गवानें वाले लोगों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.

काशीपुर: 27 साल पहले आज ही के दिन अयोध्या में विवादित ढांचे को गिरा दिया गया था. विवादित ढांचा गिराने की बरसी के मौके पर काशीपुर में हिंदूवादी संगठनों ने दीप प्रज्ज्वलित कर अपनी खुशी का इजहार किया. इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों ने राम मंदिर के लिए गये फैसले के लिए सुप्रीम कोर्ट का धन्यवाद किया.

विवादित ढांचा विध्वंस की 27वीं बरसी

अयोध्या में विवादित ढांचे के गिराये जाने की बरसी के मौके पर काशीपुर के महाराणा प्रताप चौक पर देर शाम हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी जमा हुए. इस दौरान धाम यात्रा महासंघ के पदाधिकारी डॉ. कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि अयोध्या में प्राचीन काल में भगवान राम का जन्म स्थान रहा है. मुगल शासक अकबर के ने उनके मंदिर को तोड़कर वहां मस्जिद का निर्माण मंदिर करवाया था. जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुओं के पक्ष में फैसला देकर इसे सिद्द किया है.

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6 दिसंबर साल 1992 को हिंदूवादी संगठनों के द्वारा बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिराए जाने के बाद प्रतिवर्ष इस दिन को शौर्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. शौर्य दिवस के दिन हिंदूवादी संगठनों ने काशीपुर में दीप प्रज्वलित कर अयोध्या में राम जन्मभूमि के लिए लड़ने वाले और अपनी जान गवानें वाले लोगों को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी.

Intro:

Summary-रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचा गिराने की बरसी के अवसर पर काशीपुर में हिंदूवादी संगठनों ने दीप प्रज्ज्वलित कर अपनी खुशी का इजहार किया। इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों ने सर्वोच्च न्यायलय का धन्यवाद व्यक्त किया।

एंकर- रामजन्मभूमि बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचा गिराने की बरसी के अवसर पर काशीपुर में हिंदूवादी संगठनों ने दीप प्रज्ज्वलित कर अपनी खुशी का इजहार किया। इस मौके पर हिंदूवादी संगठनों ने सर्वोच्च न्यायलय का धन्यवाद व्यक्त किया।।
Body:वीओ- इस मौके पर काशीपुर में महाराणा प्रताप चौक पर देर शाम हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ता और पदाधिकारी एकत्र हुए इस दौरान धाम धाम यात्रा महासंघ के पदाधिकारी डॉ कृष्ण कुमार अग्रवाल ने कहा कि अयोध्या में प्राचीन काल में भगवान राम का जन्म स्थान रहा है। जिसके बाद मुगल शासक अकबर के द्वारा एक मस्जिद का निर्माण मंदिर को तोड़कर कराया गया था। 6 दिसंबर सन 1992 को हिंदूवादी संगठनों के द्वारा बाबरी मस्जिद के विवादित ढांचे को गिराए जाने के बाद प्रतिवर्ष शौर्य दिवस के रूप में इस दिन को हिंदूवादी संगठन मनाते रहे हैं। देश के सुप्रीम कोर्ट के द्वारा बीते 9 नवंबर के दिन फैसला सुनाया गया था। आज शौर्य दिवस के दिन हिंदूवादी संगठनों ने काशीपुर में दीप प्रज्वलित कर अयोध्या मैं राम जन्मभूमि मैं विवादित ढांचा गिराए जाने के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले राम भक्तों को दीप प्रज्ज्वलित कर श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
बाइट- डॉक्टर केके अग्रवाल धर्म यात्रा महासंघ नेताConclusion:
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