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विदेश भेजने के नाम पर 18.30 लाख की धोखाधड़ी, 2 महिला समेत पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज

काशीपुर में उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने के नाम पर लाखों की ठगी करने का मामला सामने आया है. मामले में पीड़ित की तहरीर पर पुलिस ने 2 महिला समेत 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा किया है.

18 lakh cheated in the name of sending abroad
विदेश भेजने के नाम पर 18.30 लाख की धोखाधड़ी
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Published : Mar 4, 2022, 9:53 PM IST

काशीपुर: आईटीआई थाना क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने के नाम पर एक युवती से 18.30 लाख रुपये हड़पे जाने के मामला सामने आया था. इस केस में पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर दो महिलाओं सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है.

दरअसल, काशीपुर के आईटीआई थाना क्षेत्र के टांडा धनौरी मुस्तकम निवासी भगवंत सिंह (पुत्र निशावर) ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसने साल 2020 में अपनी बेटी करमजीत कौर को हायर एजुकेशन के लिए कनाडा भेजना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने अपने दूर के रिश्तेदार मनकीरत सिंह (निवासी पईपुरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर) और गुरजिंदर सिंह (निवासी ग्राम स्थानालाला उर्फ विशनपुरी थाना खजुरिया) से बात की. दोनों लोगों ने अपने अन्य मित्र गुरबाज सिंह (निवासी मशबरगंज थाना-खजुरिया जिला रामपुर) से उनकी बात करवाई.

इन तीनों लोगों ने पीड़ित भगवंत सिंह और उनकी बेटी करमजीत कौर को अपने काशीपुर के शाखा कार्यालय फ्लाई ओवरसीज में बुलाया. यहां फ्लाई ओवरसीज की मालिक करमजीत कौर और उसके पति बलवंत सिंह उर्फ बल्लू से पिता-पुत्री की मुलाकात करवाई. इसके बाद वीजा एक्सपर्ट मनदीप कौर से मुलाकात करवाकर कनाडा जाने के बारे में पूरी जानकारी दी. दो दिन बाद अपने हेड ऑफिस रुद्रपुर मिलने को कहा.
ये भी पढ़ें: पुलिस के हत्थे चढ़ा बाइक चोर 'चूहा', एक और साथी भी हुआ गिरफ्तार

कनाडा जाने में कोई दिक्कत न आए इसलिए पीड़ित भगवंत सिंह ने इन लोगों के बताया कि उनकी बेटी के 12वीं में कम नंबर हैं. जिसके बाद आरोपियों ने कनाडा में 'अच्छी सेटिंग' की बात कही और ये भी आश्वासन दिया कि वहां शपथ पत्र देने से 12वीं पास की छूट मिल जाएगी. इस झांसे में लेकर आरोपी गुरबाज सिंह ने पिता-पुत्री को कनाडा जाने में 18 लाख रुपये खर्च होने की बात कही. ये कहा गया कि इस खर्च में एक साल की कॉलेज फीस, ट्रैवल टिकट, इंश्योरेंस आदि शामिल है.

इसके बाद 10 फरवरी 2020 को आरोपी बलवंत, गुरजिंदर, मनकीरत उनके घर आकर करमजीत कौर के मूल पासपोर्ट व आधार कार्ड का फोटो, मार्कशीट व दो लाख रुपये नकद ले गये. ये सब होने के बाद आरोपी गुरबाज ने पीड़ित भगवंत सिंह को फोन कर कहा गया कि कनाडा जाने वाले छात्र का अपना बैंक अकाउंट होना चाहिए. बैंक में खाता खुलवाने के बाद चेक बुक पर करमजीत के साइन ले लिए.

वहीं, इस चेक के जरिए गुरबाज ने एक जुलाई 2020 को उसकी स्वयं की प्रोपराइटरशिप फर्म एनोड एजुकेशन में 5 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए. 2 जुलाई 2020 को करमजीत के खाते से 55 हजार रुपये दोबारा अपनी फर्म एब्रॉड एजुकेशन के खाते में ट्रांसफर कर लिए. इसके बाद 25 जनवरी 2021 को सीएनए कॉलेज कनाडा का एक ऑफर लेटर फोन पर भेजा और बोला की अब जल्द बकाया पैसों का इंतजाम करना होगा क्योंकि करमजीत की फीस जमा करनी है.
ये भी पढ़ें: वंशिका हत्याकांड: FB कमेंट और आदित्य का अपमान बना हत्या की वजह, पढ़िए मर्डर मिस्ट्री की पूरी कहानी

17 फरवरी 2021 को आरोपी गुरजिंदर और बलवंत उनके घर आये और 3.50 लाख रुपये नकद ले गए. इसके बाद 1.50 लाख रुपये काशीपुर स्थित कार्यालय फ्लाई ओवरसीज में करमजीत कौर को नकद दिये गए. इस दौरान 28 अगस्त 2021 को भगवंत सिंह ने अपनी बेटी करमजीत कौर को दिल्ली एयरपोर्ट से कनाडा के लिए भेज दिया. जैसे ही उनकी बेटी कनाडा एयरपोर्ट पहुंची, वहां इमीग्रेशन डिपार्टमेंट ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछने पर पता लगा कि यूनिवर्सिटी का ऑफर लेटर प्राप्त कर फीस जमा नहीं करवाई गई.

जांच में पता लगा कि उस यूनिवर्सिटी में न तो फीस जमा करवाई गई थी और न ही जीआईसी फीस जमा की गई थी। वीजा पर फीस रसीदें फर्जी व जीआईसी जमा न करने के कारण रोक लगा दी गई थी और सही कागज व फीस जमा करने का नोटिस जारी किया गया था. इसके साथ ही लड़की को पढ़ने, काम करने पर रोक लगाकर रिफ्यूजी घोषित कर दिया गया.

कनाडा में साले की बेटी की मदद मिलने के कारण करमजीत की जमानत पर रिहाई हो सकी. बेटी के घर पहुंचने पर भगवंत सिंह ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी. पुलिस ने तहरीर के आधार पर पांचों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है.

काशीपुर: आईटीआई थाना क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए विदेश भेजने के नाम पर एक युवती से 18.30 लाख रुपये हड़पे जाने के मामला सामने आया था. इस केस में पुलिस ने पीड़िता की तहरीर के आधार पर दो महिलाओं सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया है.

दरअसल, काशीपुर के आईटीआई थाना क्षेत्र के टांडा धनौरी मुस्तकम निवासी भगवंत सिंह (पुत्र निशावर) ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर बताया कि उसने साल 2020 में अपनी बेटी करमजीत कौर को हायर एजुकेशन के लिए कनाडा भेजना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने अपने दूर के रिश्तेदार मनकीरत सिंह (निवासी पईपुरा थाना बिलासपुर जिला रामपुर) और गुरजिंदर सिंह (निवासी ग्राम स्थानालाला उर्फ विशनपुरी थाना खजुरिया) से बात की. दोनों लोगों ने अपने अन्य मित्र गुरबाज सिंह (निवासी मशबरगंज थाना-खजुरिया जिला रामपुर) से उनकी बात करवाई.

इन तीनों लोगों ने पीड़ित भगवंत सिंह और उनकी बेटी करमजीत कौर को अपने काशीपुर के शाखा कार्यालय फ्लाई ओवरसीज में बुलाया. यहां फ्लाई ओवरसीज की मालिक करमजीत कौर और उसके पति बलवंत सिंह उर्फ बल्लू से पिता-पुत्री की मुलाकात करवाई. इसके बाद वीजा एक्सपर्ट मनदीप कौर से मुलाकात करवाकर कनाडा जाने के बारे में पूरी जानकारी दी. दो दिन बाद अपने हेड ऑफिस रुद्रपुर मिलने को कहा.
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कनाडा जाने में कोई दिक्कत न आए इसलिए पीड़ित भगवंत सिंह ने इन लोगों के बताया कि उनकी बेटी के 12वीं में कम नंबर हैं. जिसके बाद आरोपियों ने कनाडा में 'अच्छी सेटिंग' की बात कही और ये भी आश्वासन दिया कि वहां शपथ पत्र देने से 12वीं पास की छूट मिल जाएगी. इस झांसे में लेकर आरोपी गुरबाज सिंह ने पिता-पुत्री को कनाडा जाने में 18 लाख रुपये खर्च होने की बात कही. ये कहा गया कि इस खर्च में एक साल की कॉलेज फीस, ट्रैवल टिकट, इंश्योरेंस आदि शामिल है.

इसके बाद 10 फरवरी 2020 को आरोपी बलवंत, गुरजिंदर, मनकीरत उनके घर आकर करमजीत कौर के मूल पासपोर्ट व आधार कार्ड का फोटो, मार्कशीट व दो लाख रुपये नकद ले गये. ये सब होने के बाद आरोपी गुरबाज ने पीड़ित भगवंत सिंह को फोन कर कहा गया कि कनाडा जाने वाले छात्र का अपना बैंक अकाउंट होना चाहिए. बैंक में खाता खुलवाने के बाद चेक बुक पर करमजीत के साइन ले लिए.

वहीं, इस चेक के जरिए गुरबाज ने एक जुलाई 2020 को उसकी स्वयं की प्रोपराइटरशिप फर्म एनोड एजुकेशन में 5 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए. 2 जुलाई 2020 को करमजीत के खाते से 55 हजार रुपये दोबारा अपनी फर्म एब्रॉड एजुकेशन के खाते में ट्रांसफर कर लिए. इसके बाद 25 जनवरी 2021 को सीएनए कॉलेज कनाडा का एक ऑफर लेटर फोन पर भेजा और बोला की अब जल्द बकाया पैसों का इंतजाम करना होगा क्योंकि करमजीत की फीस जमा करनी है.
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17 फरवरी 2021 को आरोपी गुरजिंदर और बलवंत उनके घर आये और 3.50 लाख रुपये नकद ले गए. इसके बाद 1.50 लाख रुपये काशीपुर स्थित कार्यालय फ्लाई ओवरसीज में करमजीत कौर को नकद दिये गए. इस दौरान 28 अगस्त 2021 को भगवंत सिंह ने अपनी बेटी करमजीत कौर को दिल्ली एयरपोर्ट से कनाडा के लिए भेज दिया. जैसे ही उनकी बेटी कनाडा एयरपोर्ट पहुंची, वहां इमीग्रेशन डिपार्टमेंट ने उसे गिरफ्तार कर लिया. पूछने पर पता लगा कि यूनिवर्सिटी का ऑफर लेटर प्राप्त कर फीस जमा नहीं करवाई गई.

जांच में पता लगा कि उस यूनिवर्सिटी में न तो फीस जमा करवाई गई थी और न ही जीआईसी फीस जमा की गई थी। वीजा पर फीस रसीदें फर्जी व जीआईसी जमा न करने के कारण रोक लगा दी गई थी और सही कागज व फीस जमा करने का नोटिस जारी किया गया था. इसके साथ ही लड़की को पढ़ने, काम करने पर रोक लगाकर रिफ्यूजी घोषित कर दिया गया.

कनाडा में साले की बेटी की मदद मिलने के कारण करमजीत की जमानत पर रिहाई हो सकी. बेटी के घर पहुंचने पर भगवंत सिंह ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी. पुलिस ने तहरीर के आधार पर पांचों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की है.

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