रुद्रपुर: उधम सिंह नगर में कई सालों से नदारद डॉक्टरों के खिलाफ अब स्वास्थ्य महकमा कार्रवाई करने की तैयारी में है. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने 18 डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए पत्र मुख्यालय को भेजा है. दरअसल, उधम सिंह नगर में 10 डॉक्टर करीब आठ साल से नदारद हैं और 8 डॉक्टर पिछले एक साल से ड्यूटी पर नहीं आए हैं.
उधम सिंह नगर सीएमओ शैलजा भट्ट ने बताया कि विभाग ने कई बार ऐसे डॉक्टरों को ड्यूटी रिज्यूम करने का नोटिस भी दिया लेकिन, कोई भी डॉक्टर अपनी निर्धारित जगह पर तैनात नहीं हुआ. समाचार पत्रों में भी नोटिस निकाले गए, लेकिन कई सालों से कोई जवाब न मिलने की वजह से अब विभाग ने ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई करने की ठान ली है. इन डॉक्टरों के खिलाफ मुख्यालय को प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है.
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उन्होंने बताया कि प्रस्ताव में 18 डॉक्टरों का नाम शामिल है. इनमें से 10 चिकित्सक जो लंबे से नदाराद हैं, उनके खिलाफ उचित कार्रवाई करने को कहा गया है. साथ ही अन्य 8 डॉक्टर जो साल 2018-19 से नहीं आए हैं, उन्हें ड्यूटी ज्वॉइन करने और स्पष्टीकरण देने को लिखा गया है. पूरी स्थिति से महानिदेशालय को अवगत करवा दिया गया है. बता दें कि जिले में 205 चिकित्सकों की आवश्यकता है. जिले में फिलहाल 74 चिकित्सक तैनात हैं और 37 डॉक्टर संविदा पर काम कर रहे हैं. इस हिसाब से अभी भी जिले में 94 पद रिक्त हैं. डॉक्टरों की कमी कर कारण मरीजों को अन्य शहरों या निजी अस्पताल का रुख करना पड़ रहा है.
प्रस्ताव में इन 18 डॉक्टरों का नाम है शामिल
नाम | तैनाती | नदारद साल |
डॉ. नीरज | काशीपुर | 2006 |
डॉ. एएम रतूड़ी | जसपुर | 2008 |
डॉ. अनूप कुमार | रुद्रपुर | 2009 |
डॉ. जीतू सिंह | जसपुर | 2010 |
डॉ. संजय पंत | रुद्रपुर | 2010 |
डॉ. मनोज कुसवाहा | काशीपुर | 2010 |
डॉ. वअंजली गुप्ता | काशीपुर | 2013 |
डॉ. सुमित सक्सेना | जसपुर | 2014 |
डॉ. यूकी डी भूटिया | रुद्रपुर | 2015 |
डॉ. संतोष उप्रेती | जसपुर | 2016 |
डॉ. आरके सुन्द्रियाल | काशीपुर | 2018 |
डॉ. मयंक कश्मीरा | खटीमा | 2018 |
डॉ. बच्चा बाबू | गदपुर | 2018 |
डॉ. पूजा गौतम | किच्छा | 2018 |
डॉ. जेसी शंखघर | सितारगंज | 2018 |
डॉ. ईशा गुप्ता | बाजपुर | 2018 |
डॉ. प्रियंका टम्टा | शांतिपुरी | 2018 |
डॉ. समी उल्लाहक | रुद्रपुर | 2019 |
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सीएमओ शैलजा भट्ट ने बताया कि मामले की जांच कर 18 डॉक्टरों के नाम मुख्यालय को भेज दिये गए हैं. इसमें से 10 डॉक्टर तो लंबे समय से गायब चल रहे हैं जबकि 7 डॉक्टर 2018 से और एक 2019 से नदाराद हैं. उन्होंने बताया कि नाम भेजने के बाद मुख्यालय, जो भी दिशानिर्देश देगा उसके तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी.