टिहरीः डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना संक्रमण से बचने के लिए मास्क पहनना चाहिए. इसे देखते हुए स्वयं सहायता समूहों ने मास्क बनाने का जिम्मा अपने हाथों में लिया है. महिलाएं अपने निजी काम-काज को छोड़कर मास्क बनाने में जुटी हैं. अभी तक जिले के चारों विकासखंडों के महिला समूहों ने 24 हजार से ज्यादा मास्क तैयार कर लिए हैं.
दरअसल, टिहरी जिला प्रशासन की मदद से जिले के चार विकासखंड देवप्रयाग, जाखणीधार, घनसाली और नरेंद्र नगर में स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाएं मास्क तैयार कर रही हैं. इन मास्कों को नगर और ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों के माध्यम से आमजन तक पहुंचाया जा रहा है. इससे पहले लॉकडाउन के चलते वाहनों की आवाजाही पर रोक लगने के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में मास्क मिलने मुश्किल हो गए थे. लेकिन इस व्यवस्था से ग्रामीण क्षेत्रों में आसानी से मास्क उपलब्ध हो रहे हैं.
जिलाधिकारी डॉ. वी षणमुगम ने बताया कि स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से 40 हजार मास्क तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है. जरूरत पड़ी तो जिला प्रशासन भी सहयोग करेगा. उन्होंने कहा कि जिला अस्पताल, जिला आपदा प्रबंधन केंद्र, नगर पालिका और नगर पंचायतें भी अपने स्तर से लोगों को मास्क वितरण करने का काम कर रही हैं.
वहीं, खंड विकास अधिकारी सोनम गुप्ता ने इस पहल के लिए स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के हौसले की प्रशंसा करते हुए हर तरह से मदद करने को कहा है. स्वयं सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं का कहना है कि कोरोना से बचने के किए मास्क बनाए जा रहे हैं. मास्क की कीमत दस रुपये है. इसे धोकर दोबारा इस्तेमाल कर सकते हैं.