टिहरीः जिले में बारिश के कारण भूस्खलन और बोल्डर गिरने की घटनाएं बढ़ गई हैं. दूसरी तरफ आपदा प्रबंधन विभाग की लापरवाह प्रणाली लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है. यहां तक कि टिहरी का आपदा प्रबंधन विभाग लोगों को सड़कें बंद या खुली होने की सटीक सूचना भी नहीं दे पा रहा है. दूसरी तरफ विभाग की तरफ से तैनात की गई जेसीबी भी शोपीस बन चुकी है. मजबूरन ग्रामीणों को खुद बोल्डर काटकर रास्ते खोलने पड़ रहे हैं.
दरअसल, गुरुवार को घनसाली क्षेत्र के गंगी गाव के धर्म सिंह की बेटी के पैर में चोट लग गई. गांव में अस्पताल ना होने के कारण परिजन बेटी को पीठ पर रखकर 3 किमी पैदल चलने के बाद सड़क तक लाए. इसके बाद वे सब गाड़ी से घनसाली अस्पताल के लिए रवाना हुए. कुछ किमी चलने के बाद घुत्तु गंगी मोटर मार्ग पर बड़े बड़े बोल्डर गिरने से मार्ग बाधित नजर आया.
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परिजनों ने प्रशासन को सूचना दी लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई जवाब नहीं मिला. वहीं, नजदीक ही जेसीबी मशीन थी. मशीन के चालक से बात की तो चालक ने यह कहते हुए बोल्डर हटाने से इनकार कर दिया कि ये मशीन हाईवे की सड़क के लिए है. इन छोटी सड़कों के लिए नहीं है.
इसके बाद परिजन और ग्रामीणों ने खुद ही बोल्डर हटाने शुरू किए. लोगों ने बोल्डर को सब्बल से काटा और फिर सड़क से हटाया. इस दौरान करीब 2 घंटे तक धर्म सिंह की बेटी पीड़ा झेलती रही. मोटर मार्ग खुला तो धर्म सिंह ग्रामीणों के साथ आगे रवाना हुआ. लेकिन आगे भी मोटर मार्ग की हालत ऐसी ही नजर आई. खास बात ये है कि आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बंद सड़कों की सूची में घुत्तु गंगी मोटर मार्ग का नाम नहीं था.