धनौल्टीः लॉकडाइन के चलते देश के कोने-कोने में प्रवासी लोग फंसे हुए हैं. उत्तराखंड के कई लोग भी विभिन्न प्रांतों में फंसे हैं. हालांकि, सरकार अब सभी को घर वापस ला रही है. इसके बावजूद कई लोग ऐसे हैं, जो घर नहीं आ पा रहे हैं. ऐसे ही कुछ युवा मुंबई में फंसे हैं. इन युवाओं ने एक वीडियो जारी कर उत्तराखंड सरकार से वापसी की गुहार लगाई है.
युवाओं ने वीडियो पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष नैनबाग के राजमोहन सिंह को भेजा है. वीडियो के जरिए उन्होंने अपनी आपबीती बताई है. युवाओं ने अपनी परेशानी बयां करते हुए कहा है कि वो यहां होटल में काम करते थे, लेकिन अब उनके पैसे खत्म हो चुके हैं. ऐसे में वो जल्द अपने घर लौटना चाहते हैं. साथ ही बताया है कि उन्होंने पालगढ़ के जिलाधिकारी से घर लौटने के लिए आवेदन किया था. जहां पर उन्हें उत्तराखंड सरकार से अनुमति का हवाला दिया गया है.
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मुंबई में फंसे युवा-
- प्रवीन रावत, निवासी- बड़कोट, जिला-उत्तरकाशी. फंसे- विरार (मुंबई).
- हरिमोहन रावत, निवासी- बड़कोट, जिला-उत्तरकाशी. फंसे- विरार (मुंबई).
- मुकेश रावत, निवासी- चकराता, जिला-देहरादून. फंसे- विरार (मुंबई).
- अमन रावत, निवासी- चिन्याली सौड़, जिला-उत्तरकाशी. फंसे- विरार (मुंबई).
- मयंक भंडारी, निवासी- डुंडा, जिला-उत्तरकाशी. फंसे- कांदिबली (मुंबई).
- जगवीर बिष्ट, निवासी- डुंडा, जिला-उत्तरकाशी. फंसे- विरार (मुंबई).
वहीं, युवाओं का कहना है कि कई बार उत्तराखंड सरकार के द्वारा जारी टोल फ्री नंबर पर भी बात की गई, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है. उधर, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष राजमोहन सिंह रावत ने उत्तराखंड सरकार को जल्द महाराष्ट्र सरकार से वार्ता कर मुंबई में फंसे युवाओं को सकुशल वापस लाने की मांग की है.