टिहरी: बीती चार जून को जौनपुर के अलमस गांव में 11 केवी की विद्युत लाइन की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई थी. इस मामले में यूपीसीएल (उत्तराखंड पावर कारपोरेशन लिमिटेड) की बड़ी लापरवाही सामने आई थी. मृतकों के परिजनों और ग्रामीणों ने इस मामले में लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की थी. इसके बाद सोमवार को यूपीसीएल के जेई और संविदा पर तैनात लाइनमैन का सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही मृतकों के आश्रितों को दो-दो लाख रुपए की मदद भी दी गई है.
यूपीसीएल के एसडीओ ने बताया कि जेई ने अलमस गांव समेत आसपास के इलाकों का निरीक्षण किया है अलमस गांव समेत आसपास के इलाकों में जहां भी लाइनें क्षतिग्रस्त है या फिर खराब पोल उन्हें ठेकेदार द्वारा सही कराया जाएगा. अन्य गांवों की खराब लाइनों की दुरुस्त किया जाएगा. ताकि ऐसा घटना दोबारा न हो. वहीं अधिशासी अभियन्ता राकेश कुमार ने बताया कि यूपीसीएल की तरफ से गांव में जाकर पीड़ित परिवार को दो-दो लाख रुपए का आर्थिक सहायत दी गई है. शेष चार लाख रुपए एक हफ्ते में भीतर दिए जाएंगे. इस मामले में जेई सूरत सिंह गुसाई को निलंबित कर दिया गया. साथ ही लाइनमैन अरविंद को हटा दिया है.
पढ़ें- टिहरीः 11000 KV की हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से 2 लोगों की मौत
बता दें कि चार जून का देर शाम 11 केवी की विद्युत लाइन की चपेट में आने से गिरिश (22) और कुंवर सिंह (62) की मौत हो गई थी. इसके बाद से ही ग्रामीणों ने यूपीसीएल की लापरवाही पर सवाल खड़े किए है. मरने वाले दादा-पौते है.