टिहरी: ऑलवेदर रोड के तहत चंबा में ऑस्ट्रेलियन टेक्नोलॉजिस्ट मेथेड से सुरंग बनने का कार्य शुरू हो गया है. टिहरी गढ़वाल के चंबा के गोल्डी गांव की तरफ से ये सुरंग बन रही है. 440 मीटर लंबी यह सुरंग मंजूडी गांव से बाहर निकलेगी. ऑस्ट्रेलियन टेक्नालॉजी के इस्तेमाल करते हुए सुरंग बनाने के लिए जमीन को खोदकर उसकी मिट्टी निकाली जा रही है. मिट्टी निकालने के बाद सुरंग को कंक्रीट से मजबूत करते हुए 10 फीट चौड़ा फुटपाथ भी बनाया जाएगा जिससे यात्री पैदल आ जा सकेंगे.
इस सुरंग का निर्माण कर रहे भारत कंपनी के ठेकेदार ने बताया गया कि सुरंग 440 मीटर लंबी बनाई जाएगी. ऋषिकेश-गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग 94 पर बन रही सुरंग के निर्माण के बाद टिहरी जिले के चंबा में लगने वाले जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी. उन्होंने बताया कि सुरंग का निर्माण कार्य करीब दो साल के अंदर पूरा हो जाएगा.
दरअसल, सुरंग का निर्माण कार्य मंजूडी गांव से होना था लेकिन दिखोल गांव के ग्रामीणों ने ऑल वेदर रोड के तहत जमीनों का सही मूल्यांकन न होने पर आंदोलन किया. सभी ग्रामीण अपने खेतों में टेंट लगाकर धरने पर बैठे रहे, जिस कारण इस सुरंग का काम मंजूडी गांव से आगे नहीं किया जाएगा. अब चारधाम परियोजना ऑलवेदर रोड़ का काम करने वाले कंपनी और ठेकेदारों ने इस सुरंग को बनाने का काम गोल्डी गांव से शुरू कर दिया है. अब गोल्डी गांव से सुरंग खोदकर सीधे मंजूडी गांव में निकाली जाएगी.
सुरंग बनने के बाद यात्रियों को ऋषिकेश से गंगोत्री-यमुनोत्री जाने के लिए चंबा शहर से नहीं बल्कि सीधे सुरंग से होकर गुजरना पड़ेगा. जिससे चंबा में हर समय लगा रहने वाले जाम से निजात मिलेगी. बताया जा रहा है कि इससे चंबा शहर को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा क्योंकि ऑल वेदर रोड सड़क चौड़ीकरण में चंबा शहर में कई दुकानें व पूरे शहर को नुकसान हो रहा था. चंबा शहर को बचाने के लिए ऑल वेदर रोड के अधिकारियों ने मंजयूड गांव से गोल्डी गाव तक सुरंग बनाने का प्रस्ताव भारत सरकार से स्वीकृत करवाया है.