टिहरी: भिलंगना ब्लॉक अंतर्गत पोखल मगरों क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय पल्यासोड़ में कार्यरत शिक्षिका रंजना चौहान ने स्कूल में छात्र संख्या बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर अभिभावकों से मिलकर बच्चों को अच्छी पढ़ाई का भरोसा दिया है. जिसके बाद विद्यालय में छात्रों की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं, राजकीय प्राथमिक स्कूल देवप्रयाग में कार्यरत प्रधानाध्यापक विजय सिंह रावत अपनी कड़ी मेहनत और नवाचार से छात्रों का भविष्य संवारने में जुटे हैं. विजय 2014 में यहां पर आए थे, तब छात्र संख्या 8 थी, जो अब बढ़कर 90 हो गई है.
शिक्षिका रंजन चौहान के आने से छात्रों की बड़ी संख्या: शिक्षिका रंजना चौहान ने विद्यालय की दशा सुधारने के लिए अभिभावकों के सहयोग से फर्नीचर बनाने के साथ-साथ छात्रों की ड्रेस में भी बदलाव किया है. उन्होंने अन्य विषयों के साथ ही अंग्रेजी और गणित विषय में विशेष फोकस किया है. जिससे बच्चों की परफॉर्मेंस बढ़ने लगी है. पढ़ाई पर विशेष ध्यान दिए जाने पर जब कई बच्चों ने नवोदय स्कूल की प्रवेश परीक्षा पास की तो आसपास के बच्चे भी प्राथमिक स्कूल पल्यासोड़ स्कूल में आने लगे. शिक्षिका रंजना छुट्टी के दिन बच्चों को गूगलमीट के माध्यम से पढ़ाई करवाती हैं. आज इस स्कूल में छात्र संख्या 60 तक पहुंच गई है.
नवाचार के जरिए बच्चों को हर गतिविधियों में किया जा रहा शामिल: शिक्षिका रंजना ने बताया कि स्कूल में छात्र संख्या तो बढ़ रही है, लेकिन स्कूल भवन जर्जर-जर्जर स्थिति में है. जिससे स्कूल को पिछले दो माह से बंद किया गया है. अब बच्चों की कक्षाएं प्राइवेट स्कूल के भवन में संचालित की जा रही हैं. उन्होंने बताया कि वहां बिजली और पानी की व्यवस्था भी नहीं है, लेकिन इसके बावजूद हर दिन नवाचार के माध्यम से बच्चों को हर गतिविधियों में शामिल किया जाता है.
ग्रामीणों को सरकारी स्कूलों पर हो रहा विश्वास: ग्रामीणों का कहना है कि जब से शिक्षिका रंजना यहां पर आई हैं, तब से बच्चे काफी अच्छे से पढ़ाई कर रहे हैं और इनके द्वारा पढ़ाए गए बच्चों ने नवोदय विद्यालय की प्रवेश परीक्षा भी पास की हैं. ऐसे में अब सरकारी स्कूलों पर विश्वास होने लगा है.
विजय सिंह रावत आधुनिक तकनीक से बच्चों को दे रहे शिक्षा: प्रधानाध्यापक विजय सिंह रावत ने बताया कि स्कूल की तस्वीर बदलने का निर्णय लेते हुए पहले खुद के पैसे से दो कंप्यूटर खरीदे. कंप्यूटर में बच्चों की रुचि बढ़ने लगी. जिसके बाद विधायक विनोद कंडारी का सहयोग मांगा, तो उन्होंने स्कूल को चार कंप्यूटर और प्रोजेक्टर दिए. धीरे-धीरे स्कूल में पुस्तकालय, खेल मैदान, बैडमिंटन कोर्ट टेबल टेनिस और अन्य इंडोर गेम्स शुरू हुए. साथ ही पढ़ाई का बोझ कम करने के लिए शनिवार को बेगलेस-डे रखा गया है. इस दिन छात्र-छात्राओं को पेंटिंग्स क्राफ्ट डांस आदि गतिविधियां सिखाई जाती हैं.
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रोटरी क्लब ने शिक्षकों को किया सम्मानित: मसूरी में रोटरी क्लब द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले 25 स्कूलों और कॉलेजों के 26 अध्यापकों को सम्मानित किया गया है. रोटरी क्लब अपने वार्षिक कार्यक्रम नेशन बिल्डर अवार्ड-2023 के तहत हर वर्ष शिक्षकों को सम्मानित करता है.
सरकारी स्कूलों में चल रहीं डिजिटल क्लास: पट्टी हिंदाव के राजकीय प्राथमिक स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत ह्रदयराम अन्थवाल आज प्राइवेट स्कूलों को पीछे छोड़कर सरकारी स्कूल में डिजिटल क्लास चला रहे हें. अध्यापक ह्रदय राम अन्थवाल 2009 में प्राथमिक विद्यालय लेणी में कार्यरत हुए थे, तब मात्र 12 बच्चे शिक्षा ग्रहण करते थे, लेकिन अब वर्तमान में 45 बच्चे पढ़ाई कर रहे हैं.
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