प्रतापनगर: पुलिस और प्रशासन की तरफ से साफ निर्देश दिए गए हैं कि बाहर से आने हर व्यक्ति को 14 दिन के लिए होम क्वारंटाइन होना होगा. इसके लिए ग्राम प्रधानों को भी निर्देशित किया गया है कि उनके गांव में जो भी व्यक्ति बाहर से आया है उसे होम क्वारंटाइन या फिर सामुदायिक केंद्र में क्वारंटाइन किया जाए. बावजूद इसके कुछ लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और होम क्वारंटाइन नहीं हो रहे हैं. ऐसा ही मामला आया है प्रतापनगर के दीन गांव में.
जानकारी के मुताबिक प्रतापनगर के 14 लोग लॉकडाउन की वजह से हिमाचल में फंसे हुए थे. इसमें से 9 दीन गांव के थे. पांच लोग घंडियाल गांव के थे. सभी हाल ही में अपने गांव पहुंचे हैं. प्रशासन ने सभी को 14 दिन तक होम क्वारंटाइन रहने के लिए कहा था. ये लोग होम क्वारंटाइन के नियमों का पालन कर रहे हैं या नहीं इसी का पता लगाने ईटीवी भारत की टीम दीन गांव पहुंची. वहां कोई भी व्यक्ति होम क्वारंटाइन के नियमों का पालन नहीं करता दिखा.
पढ़ें- उत्तराखंडः इंटरनेट की सुविधा नहीं तो भी छात्र न करें चिंता, रेडियो-टेलीविजन के जरिए होगी पढ़ाई
ग्रामीणों का आरोप है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम केवल दरवाजे के आगे पर्चा चिपकाने तक ही सीमित है. ग्राम प्रधान का कहना है कि वह लोग हमारी बात मानने को तैयार नहीं हैं. उन्होंने शासन-प्रशासन से ऐसे लोगों को गांव से बाहर जिला या तहसील मुख्यालय में आइसोलेशन वॉर्ड में भर्ती करने की मांग की है, ताकि गांव के लोग सुरक्षित रह सकें.