टिहरी: डोबरा पुल के आसपास दुकान आवंटन की मांग के लिए व्यापारियों ने धरना प्रदर्शन किया. दरअसल, साल 2005 में टिहरी झील के निर्माण की वजह से NH के सिराई के आसपास की 145 दुकानें डूब गई थीं. जिसके बाद पुनर्वास विभाग ने 116 दुकानदारों को डोबरा में जगह दी थी, लेकिन 29 दुकानदारों को अभी तक दुकानें आवंटित नहीं हुई हैं. जिसके विरोध में दुकानदारों ने प्रशासन को टिहरी झील में समाधि लेने की चेतावनी दी.
टिहरी झील बनने के कारण बेरोजगार हुए दुकानदारों ने अपनी दुकान की मांग के लिए आंदोलन किया साल 2005 में भी आंदोलन किया था. जिसके बाद टिहरी बांध परियोजना और पुनर्वास विभाग ने 145 दुकानदारों में से 116 दुकानदारों को तो डोबरा में जगह मिल गई लेकिन 29 दुकानदार अभी भी दुकान के लिए जगह आवंटित की मांग के लिए एड़ियां रगड़ रहे हैं.
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रोजगार की समस्या झेल रहे इन परेशान 26 दुकानदारों ने जिला कार्यालय में एक पत्र सौंपकर टिहरी बांध परियोजना और पुनर्वास विभाग के अधिकारियों को चेतावनी दी. व्यापारियों का कहना है कि अगर 15 दिन के अंदर उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती तो 2 जुलाई को वे टिहरी झील में जल समाधि ले लेंगे. जिसकी पूरी जिम्मेदारी टिहरी बांध परियोजना और पुनर्वास विभाग की होगी.
इस मामले में पुनर्वास विभाग के अधिशासी अभियंता सुबोध मैठाणी ने ईटीवी भारत की टीम को फोन पर बताया कि टिहरी बांध परियोजना के अधिकारियों के द्वारा जमीन के प्रयास किये जा रहे हैं. जब जमीन उपलब्ध होगी उसके बाद ही कोई कार्रवाई की जाएगी.