धनौल्टी: कोविड-19 के कहर ने पूरे विश्व को हिलाकर रख दिया है. इस महामारी से लड़ने के लिए जहां प्रशासन मुस्तैदी के साथ खड़ा है. वहीं दूसरी ओर ट्रक चालकों का एक वर्ग ऐसा भी है, जो भूखे प्यासे अपने परिवार से दूर रह रहे हैं. पहाड़ी क्षेत्रों में रात दिन एक कर अपने घरों में कैद हो चुके लोगों तक जरूरी सामान की सप्लाई कर रहा है.
ऋषिकेश-गंगोत्री हाइवे पर ट्रक चालक सरकारी गल्ले राशन को लेकर उत्तरकाशी के लिए निकले. उन्होंने बताया कि 27 मार्च को ऋषिकेश से निकले, लेकिन बारिश होने से जगह-जगह लैंड स्लाइड और बोल्डर गिरे हैं. जिससे आवाजाही में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है और कई जगह स्वयं मार्ग खोलकर चालक आगे बढ़ रहे हैं.
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मार्ग पर कहीं भी खाना की व्यवस्था नहीं है. जिस बजह से वह अभी भी भूखे-प्यासे ही सफर करने को मजबूर हैं. लॉकडाउन की बजह से मार्ग पर टायर पंचर की दुकानें तक बंद हैं. सड़क निर्माण कार्य में लगी कंपनियों के खिलाफ नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि कंपनियों को ऐसे स्थानों पर पेट्रोलिंग करनी चाहिए, जिससे मार्ग में आवागमन सुचारू बना रहे.