टिहरी: जिले के सकलाना पट्टी के हरि रिंगालगढ़-दंडक मोटरमार्ग का 10 वर्ष पूर्व शिलान्यास किया गया था, लेकिन इसके बावजूद लोक निर्माण विभाग थत्यूड़ इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू नहीं कर पाया. जिस कारण दो गावों की 700 से भी अधिक आबादी के लोगों को पैदल दूरी नापनी पड़ रही है. जिससे ग्रामीणों में भारी रोष है. ग्रामीणों ने सरकार से जल्द ही मोटर मार्ग का निर्माण शुरू करवाने की मांग की है.
बता दें कि, वर्ष 2011 में तत्कालीन भाजपा सरकार में टिहरी जिले के प्रभारी मंत्री रहे पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत और धनौल्टी विधायक खजान दास ने करीब 3 किलोमीटर रिंगालगढ़-दंडक मोटरमार्ग के लिए 30.80 लाख की स्वीकृति दी थी. वहीं, बकायदा 20 जून 2011 को मोटरमार्ग का शिलान्यास भी किया गया. दंडक गांव के ग्रामीणों ने बताया कि शिलान्यास के बाद जनता को लगने लगा कि अब उनके गांव में जल्दी सड़क पहुंचेगी और उनकी पैदल चलने की समस्याएं कम होगी. लेकिन भाजपा सरकार बदलते ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया.
वहीं, साल 2012 में कांग्रेस की सरकार बनी, लेकिन कुछ तकनीकी दिक्कतें बता कर यह मामला आगे नहीं बढ़ पाया. वहीं, वर्तमान में भाजपा सरकार बनते ही क्षेत्र के लोगों ने निवर्तमान मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत से मोटर मार्ग के निर्माण की मांग की. लेकिन यह मामला फिर अधर में लटक गया.
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ग्राम प्रधान ने बताया कि जनता को लगा कि त्रिवेंद्र रावत की सरकार के कार्यकाल में मोटर मार्ग बनकर तैयार होगा, लेकिन किसी ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया. ऐसे में अब रिंगालगढ़-दंडक मोटरमार्ग की फाइल शासन के अनुभाग में धूल फांक रही है और तब से लेकर अब तक दो मुख्यमंत्री बदल गए हैं, लेकिन रिंगालगढ़-दंडक मोटर मार्ग का कार्य शुरू नहीं हुआ. जिससे स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है.