टिहरीः राज्य गठन के 19 साल बीते जाने के बाद भी दूरस्थ गांवों में मूलभूत सुविधाएं नहीं पहुंच पाई है. लिहाजा ग्रामीणों को अपने मांगों को लेकर नेता और सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. इसी कड़ी में प्रतापनगर के दूरस्थ क्षेत्र के गांवों के लोगों और जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के मुलाकात कर अपनी समस्या गिनाईं. वहीं, डीएम और संबंधित विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को इन मामले पर कार्रवाई का आश्वासन दिया.
दरअसल, टिहरी जिले के प्रतापनगर के खुलमुला, सौंधी, सिलोड़ा, मुखमालगांव, डांगी घोड़पुर समेत कई दूरस्थ गांव आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं. सड़क ना होने से ग्रामीण पैदल दूरी नापने को मजूबर हैं. जबकि, सालों से यहां स्वास्थ्य, पेयजल समेत कई समस्याएं बनी हुई है. बुधवार को जनप्रतिनिधियों के एक शिष्टमंडल ने जिला मुख्यालय पहुंचकर डीएम वी. षणमुगम और संबंधित विभागीय अधिकारियों को अपनी समस्या से अवगत कराया.
ये भी पढ़ेंः टिहरी डैम को बेचे जाने के खिलाफ कांग्रेस ने खोला मोर्चा, हरदा की अगुवाई में होगा बड़ा प्रदर्शन
इस दौरान क्षेत्र पंचायत सदस्य राकेश राणा ने जिलाधिकारी के समक्ष खंबाखाल सिलोड़ा मोटर मार्ग की प्रगति आख्या, कार्य की गुणवत्ता, काश्तकारों के मुआवजे, समेत मुखमालगांव से कनून तक स्वीकृत 1 किलोमीटर मोटर मार्ग पर चर्चा की. साथ ही सोनगढ़ से चाका होते हुए सिलोड़ा मोटर मार्ग के समरेखण पर भी बात की.
जिलाधिकारी ने दिए ये निर्देश-
- 20 तारीख को सभी ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में संमरेखण कार्य किया जाएगा.
- ग्रामसभा सिलोड़ा, खुरमुला और मुखमालगांव के लिए नई पेयजल योजना बनाने के लिए जल निगम को डीपीआर तैयार करने के निर्देश.
- मुखमालगांव के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में भवन एवं शौचालय की स्वीकृति के लिए प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने को कहा.
- मुखमालगांव के तहत चाका नामे तोक को राजस्व ग्राम घोषित करने के लिए राजस्व विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश.
- अधिशासी अभियंता विद्युत वितरण खंड को तत्काल कनून बीजबरों थांगरा नामे तोक का विद्युतीकरण किए जाने का आदेश.