टिहरी: जिले के प्रतापनगर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत मोटना बैंड से लंबगांव मोटर मार्ग पर सड़क के किनारे सुरक्षा के लिए लगाए जा रहे पैराफिट में मानकों की अनदेखी का मामला सामने आया है. मोटना बेंड से लंबगांव तक सड़क के बुरे हाल हैं. जगह-जगह खड्डे पड़े हुए हैं. ऐसे में वाहनों की सुरक्षा के लिए सड़क के किनारे पैराफिट बनाए जा रहे हैं.
यहां सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इन पैराफिट को मानकों के विपरीत बनकर पैराफिट के अंदर पत्थर डाले जा रहे हैं. होना ये था कि इन पैराफिट में सीमेंट, रेत, रोड़ी मिलाकर बनाया जाना है. इन पैराफिट के अंदर सीमेंट, रेत, रोड़ी के साथ साथ बड़े-बड़े पत्थर भी डाले जा रहे हैं. सड़क के किनारे वाहनों की सुरक्षा के लिए घटिया तरीके से बनाये जा रहे पैराफिट वाहनों की हल्की टक्कर से कभी भी टूट सकते हैं. इससे कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है.
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इस संबंध में पैराफिट बनाने वाले मजदूरों से बात की तो उनका कहना था कि हमें ठेकेदार डीएस रमोला ने इस तरह से काम करने को कहा है. इस काम के ठेकेदार डीएस रमोला हैं. इस संबंध में पीडब्ल्यूडी के अधिशासी अभियंता डीएम गुप्ता ने कहा कि पैराफिट के निर्माणकार्य की जांच करवाई जाएगी. पैराफिट के निर्माण कार्य में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. क्योंकि दुघर्टना के समय मजबूत पैराफिट बड़ा हादसे रोकने में मदद करते हैं.
डोबरा चांठी है देश का पहला सिंगल सस्पेंशन ब्रिज: डोबरा चांठी पुल भारत का पहला सिंगल संस्पेंशन ब्रिज है. डोबरा-चांठी पुल के मास्टिक पर कई जगहों पर कई बार दरारें पड़ चुकी हैं. इससे मास्टिक बिछाने वाली गुप्ता कंपनी की कार्य प्रणाली पर भी लगातार सवाल उठते रहे हैं. सालों के लंबे इंतजार के बाद मिले डोबरा-चांठी पुल पर बिछी मास्टिक की दरारों को देखकर ग्रामीण समय समय पर शिकायत करते रहे हैं. साल 2020 में बनकर तैयार हुए इस पुल पर छह से ज्यादा बार दरार पड़ चुकी हैं.