टिहरी: आईएएस डॉ. पंकज पांडे टिहरी पहुंचे, जहां उन्होंने विभागीय योजनाओं की समीक्षा की. इसी बीच उन्होंने मनरेगा में हो रहे कार्यों की सराहना की. साथ ही उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि कहीं भी कोई समस्या आती है, तो डीएम, सीडीओ से चर्चा करें और आंकड़ों तक सीमित न रहें, बल्कि उपलब्धियों पर फोकस करें.
सभी विभाग मिलकर करें कार्य: लोक निर्माण विभाग और पीएमजीएसवाई की समीक्षा करते हुए सचिव ने भवान रोड पर बनाये जाने वाले ब्रिज और सुरक्षात्मक कार्य की तकनीकी जांच करने, एनएच-58 पर चिन्हित संवेदनशील भूस्खलन वाली सड़कों की मरम्मत हेतु फोटो और अभिलेख उपलब्ध कराते हुए डिमांड भेजने, एनएच-58 चंबा में भूस्खलन क्षेत्र जो आरडब्लू से बाहर है, उसको आपदा में प्रस्तावित करने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने केन्द्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के सफल क्रियान्वयन हेतु शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल विकास एवं पंचायती राज विभाग को मिलकर कार्य करने के निर्देश दिए हैं.
होम्योपैथिक विभाग को क्लीनिक सेंटर सेटअप करने के आदेश: डॉ. पंकज पांडे ने अधिकारियों को सभी सड़कें गड्ढामुक्त करने और जहां पर रोड सेफ्टी के कार्य किये जाने हैं, उनकी संयुक्त रिपोर्ट उपलब्ध कराते हुए डिमांड भेजने और बारिश के तुरंत बाद कार्य शुरू करने के निर्देश दिए हैं. वहीं, होम्योपैथिक विभाग को स्किन डिजीज जैसे रोग के निवारण हेतु क्लिनिक सेंटर सेटअप करने, जल निगम को जल संयोजन के कार्यों में प्रगति लाने, क्षमतानुसार पानी उपलब्ध कराने, जल सरंक्षण के स्रोत को विकसित कर आर्थिकी मजबूत करने और फील्ड में जाकर समस्याओं का निस्तारण करने के निर्देश हैं.
सभी विभाग डेंगू को लेकर चलाएं अभियान: सिंचाई विभाग को सोलर पंप में पाइप का उपयोग करने के निर्देश दिए हैं, ताकि पानी और खर्च की बचत हो सके. कृषि विभाग को पीएम फसल बीमा योजना के तहत अधिक से अधिक किसानों को लाभान्वित करने, पशुपालन विभाग और डेयरी विभाग को दुग्ध उत्पादन बढ़ाने और मीट उत्पादन पर फोकस करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही शिक्षा विभाग को बच्चों के लर्निग आउटकम के लिए टीचर को मोटिवेट करने, स्वास्थ्य विभाग को शत-प्रतिशत संस्थागत डिलीवरी करवाने और डेंगू के खिलाफ सभी विभागों को मिलकर अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
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हाई रिस्क पर 100 से अधिक गर्भवती महिलाएं: जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि जनपद में 100 से अधिक गर्भवती महिलाओं की हाई रिस्क पर रखा गया है, जिनकी लगातार स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा मॉनिटरिंग की जा रही है. उन्होंने कहा कि एनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत जनपद में कार्ययोजना तैयार कर समितियां गठित कर जागरूक किया जा रहा है.
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