देहरादून: भारतीय मानक ब्यूरो के 78 वें स्थापना दिवस पर हाथीबड़कला स्थित सर्वे ऑफ इंडिया के स्टेडियम में भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से स्टैंडर्ड क्लब कार्निवाल का आयोजन किया गया. जिसमें सीएम धामी ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान सीएम धामी ने भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से जनहित में जारी आईएसआई (ISI) उत्पादों को खरीदने की शपथ भी दिलाई. साथ ही विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं की ओर से बनाए गए वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित मॉडलों का अवलोकन कर उन्हें प्रोत्साहित किया.
अंतरराष्ट्रीय स्तर का बने स्टैंडर्ड: देहरादून मानक क्लब कार्निवाल में तमाम विद्यालयों में स्थापित स्टैंडर्ड क्लब के करीब 2 हजार विद्यार्थी भी शामिल हुए. उन्होंने न सिर्फ मानकों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई. बल्कि सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए. कार्यक्रम में सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि देश में बन रहे स्टैंडर्ड अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी आगे का बने. ताकि, पूरी दुनिया भारत के उत्पादों के स्टैंडर्ड के आधार पर अपने स्टैंडर्ड तय करें.
देहरादून में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा आयोजित स्टैंडर्ड क्लब कार्निवाल का शुभारंभ किया। इस अवसर पर उपस्थित जनों को भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा जनहित में जारी ISI उत्पादों को खरीदने की शपथ भी दिलाई। इस दौरान विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए वैज्ञानिक सिद्धांतों पर… pic.twitter.com/2YirpetVnQ
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) February 4, 2025
सीएम पुष्कर धामी ने कहा कि हर चीज के स्टैंडर्ड हमारे देश के अंदर बन रहे हैं, वो देश के उत्पाद सिर्फ अंतरराष्ट्रीय स्तर का न बने, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर से भी आगे का बने, जिससे पूरी दुनिया के लोग जब भी अपने स्टैंडर्ड सेट करें, वो भारत के उत्पादों के आधार पर करें. इस प्रक्रिया से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हमारी साख बढ़ेगी और उत्पादों की क्वालिटी बढ़ेगी. साथ ही लोगों को अच्छे उत्पाद मिलेंगे. इस दिशा में बहुत सराहनीय काम हो रहा है.
वहीं, कार्निवाल में करीब 300 उद्योगों और स्वयंसेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. उद्योगों की तरफ से भी इसमें अपने तमाम उत्पादों को लेकर प्रदर्शनी लगाई गई. जिसमें खास तौर से मानकों के उपयोग को दर्शाया गया. वहीं, भारतीय मानक ब्यूरो के रीजनल निदेशक समीर तिवारी ने कहा कि मानक कार्निवाल कार्यक्रम आयोजित करने का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को मानकों के प्रति जागरूक करना है. कार्निवल में उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के 50 से ज्यादा स्कूलों के छात्र-छात्राएं शामिल हुए.
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