टिहरी: नये साल में टिहरी बांध प्रभावित प्रतापनगर, जाखणीधार एवं थौलधार ब्लॉक के लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. दरअसल, झील में संचालित नौ निजी बोट मालिकों ने अप्रैल से भुगतान न होने के कारण 31 दिसंबर से बोट सेवा बंद करने की चेतावनी दी है. अगर ये बोट सेवा बंद होती है तो बांध प्रभावित इन इलाके के लोगों को आवाजाही के लिए खासी मशक्कत करनी पड़ सकती है.
अप्रैल से भुगतान न होने के कारण फेरी बोट यूनियन ने इस संबंध में पुनर्वास निदेशक को ज्ञापन भेजा है. जिसमें कहा गया है कि लंबे समय से उनका भुगतान न होने के कारण उनके सामने आर्थिकी का संकट खड़ा हो गया है. जिसके कारण उन्हें कई तरह की परेशानियों से जूझना पड़ रहा है.
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बता दें कि साल 2005 में बांध प्रभावितों के एक किनारे से दूसरे किनारे आने-जाने के लिए पुनर्वास निदेशालय ने ठेकेदारी पर नौताड़, नकोट, डोबरा, रौलाकोट, छाम आदि स्थानों पर बोट संचालित की थी. हर साल अनुबंध के आधार पर निजी बोट ली जाती है, इन बोटों को संचालित करने के लिए अबतक टीएचडीसी पुनर्वास निदेशालय को बजट देता रहा है, लेकिन इस वित्तीय वर्ष में अभी तक बोट संचालकों को भुगतान नहीं किया गया है.
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भुगतान न होने से बोट संचालकों के लिए बैंकों की किश्त, पेट्रोल पंपों का भुगतान, ऑपरेटर का मानदेय ये सभी दे पाना एक चुनौती बना हुआ है. जिससे परेशान बोट मालिकों ने 31 दिसंबर तक भुगतान न किये जाने पर 1 जनवरी से बोट संचालन बंद करने का ऐलान किया है.