टिहरी: जल संस्थान ऑफिस नई टिहरी में मानकों के विपरीत लाया गया टैंकर चलवाने का आरोप लगा है. संस्थान में कार्यरत कर्मचारी दिनेश चंद्र सेमवाल ने अपने ऑफिस में गड़बड़ी का आरोप लगाया है. सेमवाल का आरोप है कि जल संस्थान द्वारा उससे मानकों के विपरीत लाया गया ये टैंकर चलवाकर उसकी जान खतरे में डाली जा रही है. हालांकि,इन आरोपों पर जल संस्थान के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सतीश चंद्र नौटियाल ने अपना पक्ष रखा है.
बता दें कि, उत्तराखंड जल संस्थान नई टिहरी द्वारा टीएचडीसी से जो पानी का टैंकर लिया गया, वह मानकों के विपरीत लिये जाने के आरोप लग रहे हैं. इसका खुलासा सूचना के अधिकार से हुआ. कर्मचारी दिनेश चंद्र सेमवाल ने कहा कि उत्तराखंड जल संस्थान के द्वारा टीएचडीसी से एक पानी का टैंकर मंगाया गया. ये टैंकर मानकों के विपरीत है. इसकी शिकायत उसने अपने उच्च अधिकारियों से कई बार की, लेकिन कोई भी अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है कि इस पानी के टैंकर में किसी प्रकार की तकनीकी कमी है.
जल संस्थान नई टिहरी का एक पत्र भी आया सामने: सूचना के अधिकारी से मांगी गई जानकारी के अनुसार, 20 मार्च 2021 के पत्रांक संख्या 200 से खुलासा हुआ है जिसमें अधिशासी अभियंता नई टिहरी जल संस्थान के द्वारा वर्कशॉप मैनेजर टाटा इंडिया लिमिटेड मोहब्बेवाला देहरादून को भेजा है. पत्र में साफ-साफ लिखा है कि टैंकर संख्या यूके 09CA- 0848 टीएचडीसी द्वारा क्रय कर वर्ष 2019 में इसे नई टिहरी जल संस्थान शाखा को स्थानांतरण किया गया था, जिसका संचालन वर्तमान में नई टिहरी जल संस्थान शाखा के द्वारा किया जा रहा है. उपरोक्त टैंकर में कई खामियां पाई गई हैं, जिससे संचालन में कठिनाई आ रही है.
पत्र में लिखी गई खामियां: जल संस्थान नई टिहरी के पत्र में भी साफ लिखा है कि उपरोक्त टैंकर में स्थापित टैंक को ड्राइवर केबिन में से काफी पीछे स्थापित किया गया है, जिस कारण पेयजल ढुलान में बहुत दिक्कत आ रही है. टैंक का डिजाइन भी सही नहीं बनाया गया है, जैसा कि अधिकृत फार्म कंपनी द्वारा बनाया जाता है. टैंक को चेसिस के ठीक ऊपर स्थापित किया गया है. यह भी उल्लेख है कि विभाग द्वारा उक्त टैंकर का संचालन पर्वतीय क्षेत्र में किया जा रहा है, जिसमें कई तकनीकी खामियों के कारण पेयजल संचालन के समय एक तरफ झोंक खा रहा है. ऐसी स्थिति में इसका सुरक्षित संचालन करना संभव नहीं हो पा रहा है. सुरक्षा की दृष्टि से उक्त टैंकर में आ रही कमियों को दूर किया जाना नितांत आवश्यक है.
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अधिकारी ने आरोपों को बताया निराधार: वहीं, इस मामले पर टिहरी जल संस्थान के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर सतीश चंद्र नौटियाल कहते हैं कि ड्राइवर जो भी आरोप लगा रहा है वो पूरी तरह निराधार हैं. उन्होंने कहा कि संबंधित ड्राइवर पहले से ही कई मामलों में विवादित रहा है. इसको लेकर विभाग में कई बार पत्राचार भी हुए हैं. बीते दिनों घनसाली में भी इस ड्राइवर ने विभागीय कार्य के दौरान विवाद किया था और इसके खिलाफ कार्रवाई भी हुई थी.
सतीश चंद्र नौटियाल ने बताया कि आरोप लगाने वाले चालक को ही सिर्फ इस टैंकर से दिक्कत है, जबकि अन्य ड्राइवर भी यही टैंकर चला रहे हैं. पहाड़ के रास्ते में अगर कोई भी ड्राइवर शराब पीकर गाड़ी चलाएगा तो उसे गाड़ी चलाने में दिक्कत होगी और वो लोगों को नुकसान पहुंचाएगा, यही वजह है कि इस ड्राइवर पर पहले भी विभाग ने कार्रवाई की है और पुलिस ने भी इस पर कार्रवाई की है, इसलिए ड्राइवर के लगाए आरोपों का कोई औचित्य नहीं है.